कोरोना वायरस का संकट और उसके बाद लगे लॉकडाउन से देश की इकनॉमी बदतर हालत में है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई को देश को संबोधित कर 20 लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज का ऐलान किया है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनना होगा, ऐसे में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पैकेज का ऐलान किया है. लेकिन पीएम मोदी ने अपने भाषण में ये भी कहा कि पहले के ऐलान को मिला दें तो ये 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज है. ऐसे में लोग अनुमान लगा रहे हैं कि पहले कितने का ऐलान किया जा चुका है और नया कितना ऐलान हुआ है.
दिग्गज शेयर मार्केट एक्सपर्ट देवेन चोकसी ने ऐसा ही एक अनुमान लगाया है कि इस 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ब्रेक अप क्या हो सकता है.
आपको बता दें कि इस आर्थिक पैकेज के ऐलान के पहले भी पीएम मोदी 1.70 लाख करोड़ का फिस्कल पैकेज दे चुके हैं इसके अलावा करीब 2.10 लाख करोड़ की टैक्स छूट का भी ऐलान किया गया है. इसके अलावा रिजर्व बैंक ने भी इसके पहले पहले 2.8 लाख करोड़ का मॉनेटरी पैकेज दिया है.
पीएम मोदी ने 12 मई को रात 8 बजे देश के सबसे बड़े आर्थिक पैकेज का ऐलान करते हुए कहा,
“मैं विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करता हूं. ये पैकेज आत्मनिर्भर भारत की कड़ी के तौर पर काम करेगा. पहले के ऐलान को मिला दें तो ये 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज है. ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब 10 प्रतिशत है. ये पैकेज देश की विकास यात्रा को नई गति देगा.”नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
लॉकडाउन के बीच कई बार पीएम का संबोधन
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले 18 मार्च को राष्ट्र को संबोधित कर लोगों से 22 मार्च को सुबह 9 बजे से रात 9 बजे के बीच 'जनता कर्फ्यू' का पालन करने की अपील की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री ने 24 मार्च को कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर 21-दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी और फिर 14 अप्रैल को उन्होंने इसे 3 मई तक 19 दिनों तक के लिए बढ़ा दिया था.
हालांकि, सरकार ने इसके बाद भी 17 मई तक दो और सप्ताह के लिए लॉकडाउन के विस्तार की घोषणा की थी.
लॉकडाउन के बीच भी कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोनावायरस के अब तक 70,756 मामले सामने आ चुके हैं. 2,293 लोगों की मौत हो चुकी है.
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