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द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक,
पापड़, गुड़, पॉवर बैंक, घड़ी, सूटकेस, परफ्यूम
टीवी (32 इंच तक का), चॉकलेट, कपड़े,
गॉगल्स, फ्रेम, वाशबेसिन, अखरोट, कस्टर्ड पाउडर
हैंड बैग्स, च्यूइंग गम, नॉन-अल्कोहलिक ड्रिंक
चश्मा और चमड़े की चीजों के दाम बढ़ सकते हैं.
आपको बता दें कि इन 143 वस्तुओं में से 92 प्रतिशत को 18 प्रतिशत टैक्स स्लैब से 28 प्रतिशत टैक्स स्लैब में लाने का का प्रस्ताव है.
साल 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले GST काउंसिल ने दिसंबर 2018 और नवंबर 2017 में जिन चीजों के जीएसटी के दामों में कटौती की थी उसे भी वापस ले सकती है.
गुवाहाटी में हुई नवंबर 2017 की बैठक में परफ्यूम, चमड़े के सामान, चॉकलेट, कोको पाउडर, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स, पटाखों, प्लास्टिक के फर्श कवरिंग, लैंप और साउंड रिकॉर्डिंग उपकरण जैसी वस्तुओं की दरें कम कर दी गईं थी. माना जा रहा है कि इन चीजों पर फिर से टैक्स बढ़ाया जा सकता है.
चमड़े के सामान, घड़ी, रेज़र, परफ्यूम,
प्री-शेव/आफ्टर-शेव, डेंटल फ्लॉस, चॉकलेट
वफल, कोको पाउडर, कॉफी के अर्क और कॉन्संट्रेट
गैर-मादक पेय, हैंडबैग/शॉपिंग बैग
सिरेमिक सिंक, वॉश बेसिन, प्लाईवुड
दरवाजे, खिड़कियां, बिजली के उपकरण (स्विच, सॉकेट आदि)
पापड़ और गुड़ जैसी वस्तुएं शून्य से 5 प्रतिशत कर स्लैब में जा सकती हैं. वहीं अखरोट पर GST दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी, कस्टर्ड पाउडर पर 5 फीसदी से 18 फीसदी और लकड़ी के टेबल और बरतन पर 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी किया जा सकता है.
GST परिषद ने 143 प्रोडक्ट्स के टैक्स स्लैब बदलाव का प्रस्ताव राज्यों को भेजा है. ताजा महंगाई दर को देखते हुए माना जा रहा है कि टैक्स में बदलाव कुछ चरणों में हो सकता है. आपको बात दें कि मार्च 2022 में थोक महंगाई दर बढ़कर 14.55 प्रतिशत हो गई, जबकि मार्च में खुदरा महंगाईदर बढ़कर 17 महीने के उच्च स्तर 6.95 प्रतिशत पर पहुंच गई.
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