advertisement
देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर एक्सपोर्टर कंपनी टीसीएस को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 7,340 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया है. यह पिछली तिमाही की तुलना में 6.9 फीसदी की बढ़ोतरी है.
टीसीएस के प्रॉफिट में उम्मीद से ज्यादा बढ़ोतरी इसके नॉर्थ अमेरिका के कारोबार में बेहतरी का नतीजा है. साथ ही इसके बैंक वर्टिकल में रिकवरी ने कंपनी के मुनाफे में इजाफा किया है.
कंपनी का प्रदर्शन एक नजर में
टीसीएस का मुनाफा बढ़ने में उत्तरी अमेरिकी बाजार में कंपनी के बेहतर प्रदर्शन का हाथ है. कंपनी के कुल रेवेन्यू का आधा से ज्यादा हिस्सा उत्तरी अमेरिका से आता है. पिछले तीन साल में यहां कंपनी का बाजार सबसे अधिक तेजी से बढ़ा है.हालांकि यहां कंपनी का कारोबार क्लाइंट्स की ओर से कम खर्च, ऑटोमेशन में इजाफा और वीजा में कटौती से प्रभावित हुआ था लेकिन फाइनेंशियल सर्विसेज और रिटेल वर्टिकल में रिकवरी की वजह से कंपनी को फायदा मिला.
आईडीबीआई कैपिटल के एनालिस्ट उर्मिल शाह ने कहा कि टीसीएस में रिकवरी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में दिखनी शुरू हो गई थी. अब कंपनी ऐसी पोजीशन पर है जहां से वह अपने मुनाफे को बढ़ा कर दोहरे अंक में ले जा सकती है. इस तिमाही के प्रदर्शन से कंपनी के प्रदर्शन में मजबूती की पुष्टि होती है.
ये भी पढ़ें - iPhone के 11 साल: एपल कैसे बन गई एक दमदार कंपनी
टीएसीएस ने हाल में 16000 करोड़ रुपये दूसरे बायबैक का ऐलान किया था. मंगलवार को टीसीएस के शेयर 0.56 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए थे. अप्रैल और जून के बीच इसके शेयरों में 29.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी. कंपनी को उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष के दौरान उसे मुनाफे का हाई लेवल बरकरार रखने में सहूलियत होगी.
ये भी पढ़ें : हार्ले डेविडसन के फैसले से बौखलाए ट्रंप, कहा-बरबाद हो जाएगी कंपनी
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)