यूरोपीय यूनियन की ओर से हार्ले डेविडसन पर टैरिफ लगाए जाने के बाद कंपनी ने अपना मैन्यूफैक्चरिंग अमेरिका से बाहर ले जाने का फैसला किया है. कंपनी के इस फैसले से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तिलमिला गए हैं और कहा है कि अगर ऐसा हुआ तो यह कंपनी के अंत की शुरुआत होगी.
‘अमेरिका से बाहर जाकर टिक नहीं पाएगी हार्ले डेविडसन’
ट्रंप ने एक ट्वीट कर कहा कि हार्ले डेविडसन अब पहले जैसा गौरव कभी हासिल नहीं कर पाएगी. अगर कंपनी अमेरिका से बाहर गई तो वहां इस पर भारी टैक्स लगेगा. ट्रंप ने कहा है, 'भारत जैसे देशों में हार्ले-डेविडसन मोटरसाइकिलों पर भारी टैक्स लगाया जाता है. कंपनियां वापस अमेरिका आ रही हैं. कंपनी को अब समझ लेना चाहिए कि बगैर भारी टैक्स दिए वह अपनी मोटरसाइकिलें यहां नहीं बेच सकेंगी.
जवाबी कार्रवाइयों से ट्रेड वॉर तेज हुआ
अमेरिका ने ईयू के स्टील और एल्यूमीनियम पर टैरिफ बढ़ा दिया था. इसके बाद ईयू ने जवाबी कार्रवाई करते हुए बुर्बो व्हिस्की, हार्ले डेविडसन बाइक और कुछ दूसरे प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ा दिया. इसके बाद हार्ले डेविडसन ने कंपनी का मैन्यूफैक्चरिंग बेस अमेरिका से बाहर ले जाने का ऐलान किया. कंपनी का कहना है की ईयू की ओर से टैरिफ बढ़ाने से उसका बाजार में टिकना मुश्किल हो जाएगा. इसलिए वह अपना मैन्यूफैक्चरिंग बेस अमेरिका से बाहर ले जाएगी.हार्ले डेविडसन के ब्राजील, भारत, थाईलैंड और अमेरिका में असेंबलिंग यूनिट्स हैं.
बहरहाल, चीन ईयू और भारत की ओर से अमेरिका के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के बाद ग्लोबल ट्रेड वॉर काफी तेज हो गया है. भारत ने 29 अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी है. भारत ने सेब, बादाम, अखरोट, मटर, चना और मसूर दाल समेत कई प्रोडक्ट पर पर टैरिफ बढ़ा दिया है.
ये भी पढ़ें - मेलानिया ट्रंप की जैकेट में आखिर ऐसा क्या था, जिससे मचा है बवाल
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)