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मंगलवार, 1 फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBCD) के भारत वर्जन डिजिटल रूपए के लॉन्च करने की घोषणा की है. लेकिन वास्तव में एक डिजिटल रूपया क्या होता है? पैसे के इस नए रूप के बारे में आइए जानते हैं सभी जरूरी बातें.
डिजिटल रुपया क्या है?
सीधे शब्दों में कहें तो डिजिटल रुपया करेंसी का एक पेपरलेस रूप है. यह पैसा रखने का एक डिजिटल तरीका है.
क्या यह क्रिप्टोकरेंसी की तरह है?
नहीं, सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी हमारे द्वारा उपयोग की जाने वाली लीगल करेंसी के जैसा है. इसका मतलब यह भी है कि इसका मूल्य भी पेपर करेंसी के समान ही होगा.
EarthID, रिसर्च एंड स्ट्रैटेजी के वाइस प्रेसिडेंट शरत चंद्र ने बताया कि ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित डिजिटल रुपए को बैंक नोट के रूप में माना जाएगा. आरबीआई अधिनियम की धारा-2 और 22 को उस प्रभाव में संशोधित करने का प्रस्ताव दिया गया है.
इसे कब लॉन्च किया जाएगा?
आगामी वित्तीय वर्ष 2022-2023 से भारतीय रिजर्व बैंक CBDC को लॉन्च करेगी. हालांकि अभी लॉन्चिंग की तारीख का ऐलान नहीं किया गया है.
मुझे डिजिटल रुपया कैसे मिल सकता है?
इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं पता है. उम्मीद है कि आरबीआई द्वारा एक विस्तृत दिशानिर्देश जारी किया जाएगा.
क्या मैं पेपर करेंसी के लिए डिजिटल रुपये का आदान-प्रदान कर सकता हूं?
हाँ, आप कर सकेंगे. आरबीआई के दिशानिर्देशों के माध्यम से इसके बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी.
क्या डिजिटल एसेट्स पर नया 30 प्रतिशत टैक्स डिजिटल रुपये पर भी लागू होगा?
नहीं, यह डिजिटल रुपये पर लागू नहीं होगा. वर्चुअल डिजिटल एसेट्स में क्रिप्टोकरेंसी, एनएफटी आदि शामिल हैं.
डिजिटल रुपये की क्या जरूरत है?
आरबीआई ने पहले प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के साथ मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फाइनेंसिंग, टैक्स चोरी आदि गंभीर चिंताओं के बारे में बात की थी और यह जताया था कि सीबीडीसी का ऐलान किया जाएगा.
किन अन्य देशों में CBDC है?
20 जनवरी को, यूएस फेडरल रिजर्व बोर्ड (FRB) ने सीबीडीसी के पेशेवरों और विपक्षों पर पब्लिक की राय आमंत्रित करते हुए एक डिस्कशन पेपर जारी किया. सीबीडीसी की प्रमुख विशेषताओं को बताते हुए कहा कि करेंसी का रूप उपभोक्ता की गोपनीयता की रक्षा करेगा, क्रिमिनल एक्टिविटीज से सुरक्षा प्रदान करेगा और धन के अन्य रूपों को बदलने के बजाय इसका कॉम्प्लीमेंट होगा.
सीबीडीसी कैसे प्रभावी हो सकता है, यह समझने के लिए चीन और जापान दोनों में स्टडीज चल रही हैं.
आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि तमाम तरह के डिजाइन विकल्पों के आधार पर, यह एक फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट के जटिल रूप को भी साथ ले सकता है.
बता दें कि ग्रेनाडा, सेंट लूसिया, एंटीगुआ सहित पूर्वी कैरेबियाई देश भी सीबीडीसी का उपयोग करने पर विचार कर रहे हैं.
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