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साल 2021 आईपीओ (IPO) के नजीरये से काफी खास रहा. कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से रिकॉर्ड फंडिंग जुटाई. कंपनियों द्वारा इश्यू लाने का सिलसिला साल 2022 में भी जारी रहेगा. इस साल सबकी नजर प्रमुख रूप से 'मदर ऑफ ऑल आईपीओ' LIC के आईपीओ पर होगी. हालांकि LIC के अलावा कई और अन्य फेमस स्टार्टअप कंपनियां भी अपने इश्यू के साथ मार्केट में आएगी. आइए नजर डालते हैं इस साल आने वाले प्रमुख IPOs पर-
भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी (LIC) का आईपीओ इसी साल जनवरी-मार्च के बीच आ सकता है. वित्त मंत्री सीतारमण ने लिस्टिंग के लिए मार्च की समय सीमा तय की है. इश्यू लाने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. उम्मीद है कि LIC का शेयर इसी वित्त वर्ष स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जाएगा.
LIC भारत में एक घरेलू नाम है. 2,000 शाखाओं, 13 लाख से ज्यादा एजेंट्स, 100,000 से अधिक कर्मचारियों और 286 मिलियन पॉलिसी के साथ कंपनी की पहुंच देश के हर कोने-कोने तक है.
स्टार्टअप ओयो (Oyo) की पेरेंट कंपनी ओयो होटल एंड होम्स ने अपना आईपीओ लाने के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के साथ रेड ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल कर दिया है. सोर्स के मुताबिक OYO को इश्यू लाने के लिए सेबी की झंडी अगले एक-दो हफ्ते में मिल जाएगी.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी अपने आईपीओ में 9 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन की माँग कर सकती है. इस स्टार्टअप में सॉफ्टबैंक का भी निवेश है.
भावेश अग्रवाल की कंपनी ओला (Ola) के शेयर्स भी इस साल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकते हैं. Ola अपने ग्राहकों को कैब की सुविधा देती है. कंपनी अपने इलेक्ट्रिक वेकील के चलते हाल में काफी खबरों में रही है. इश्यू के जरिये सॉफ्टबैंक, टाइगर ग्लोबल और स्टेडव्यू कैपिटल जैसे कंपनी के वर्तमान निवेशकों को कंपनी में एग्जिट लेने में मदद मिलेगी.
डिलीवरी और लोजिस्टिक्स सर्विस प्रोवाइडर स्टार्टअप कंपनी Delhivery अपने पब्लिक इश्यू के जरिये 7,460 करोड़ रूपये जुटाने के जुगाड़ में है. कंपनी ने नवंबर ही सेबी के साथ ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल कर दिया था. सेबी ने मंगलवार को कंपनी को आईपीओ लाने के लिए मंजूरी दे दी. कंपनी जल्द ही मार्केट में अपना आईपीओ लॉन्च कर सकती है. ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस से पता चलता है कंपनी आईपीओ में 5,000 करोड़ के लिए नए शेयर्स जारी करेगी. वहीं बाकी के 2,460 करोड़ रूपये के लिए कंपनी के वर्तमान शेयरहोल्डर्स कंपनी में अपने शेयर्स बेचेंगे.
फिनटेक कंपनी मोबिक्विक का आईपीओ भी इस साल के शुरुआत में आ सकता है. कंपनी को सेबी से आईपीओ लाने के लिए हरे झंडी नवंबर में ही मिल गई थी. लेकिन पेटीएम के शेयरों की पिटाई और मार्केट में गिरावट के कारण कंपनी ने उस समय अपना आईपीओ टाल दिया. अब चूँकि मार्केट ने रफ्तार पकड़ ली है, उम्मीद है इस साल कंपनी स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो जायें.
एडटेक स्टार्टअप Byju's के शेयर्स भी इस साल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हो सकते है. हाल में ही वाइटहैट जूनियर, आकाश कोचिंग, ग्रेट लर्निंग समेत कई और कंपनियों को byju's ने खरीदा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक byju's इंडिया का सबसे वैल्यूड स्टार्टअप है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी चर्चिल कैपिटल के SPAC (स्पेशल पर्पस एक्विजीशन कंपनी) के साथ मर्ज होकर पब्लिक हो सकती है.
अदानी विल्मर एक जॉइंट वेंचर कंपनी है, जिसमें सिंगापुर की विल्मर ग्रुप और अदानी ग्रुप की 50-50% हिस्सेदारी है. कंपनी ने आईपीओ लाने के लिए ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल कर दिया है और सेबी ने भी कंपनी कों इश्यू लाने के लिए मंजूरी दे दी है. कंपनी पहले 4500 करोड़ रूपये का आईपीओ लाने वाली थी, हालांकि अब ये 3600 करोड़ रूपये का ही होगा. उम्मीद है जनवरी में ही अदानी विल्मर का आईपीओ मार्केट में आ सकता है. कंपनी FMCG बिजनेस में है.
ई-कॉमर्स स्टार्टअप कंपनी स्नेपडील ने भी इश्यू लाने के लिए सेबी के साथ ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस फाइल कर दिया है. IPO में कंपनी 1250 करोड़ रूपये के नए शेयर्स जारी करेगी. इस आईपीओ में कंपनी के को-फाउंडर्स कुणाल बहल और रोहित बंसल अपनी शेयरों की बिक्री नहीं करेंगे.
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