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भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 (coronavirus) के 2.82 लाख मामले सामने आए हैं. कोविड के दैनिक मामलों में ये 44,889 की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पिछले एक दिन में 441 लोगों की मौत हो गई और 1.88 लाख रिकवरी दर्ज की गई.
देश में एक्टिव केसों की संख्या 18 लाख पार कर गई है. भारत का डेली पॉजिटिविटी रेट 15.13% है.
ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले 9 हजार के करीब पहुंच गए हैं. देश में ओमिक्रॉन के 8,861 मामले हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स ने 18 जनवरी को कहा कि भारत में फरवरी के मध्य तक ओमिक्रॉन के मामले चरम पर पहुंचेंगे और इसके साथ ही तीसरी लहर का अंत हो जाने की संभावना है. कोविड-19 महाराष्ट्र स्टेट टास्क फोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी ने IANS से बात करते हुए कहा कि मुंबई और दिल्ली दोनों शहरों में ओमिक्रॉन का संक्रमण दक्षिण अफ्रीकी पैटर्न पर फैलते देखा गया है.
मुंबई के लीलावती अस्पताल में एंडोक्रिनोलॉजिस्ट जोशी ने कहा, "भारत के अधिकांश हिस्सों में ओमिक्रॉन के मामले पहली से 15 फरवरी के बीच चरम पर पहुंच सकते हैं. मार्च में मामले बहुत कम हो जाएंगे और उम्मीद है कि अप्रैल के बाद भारत को महामारी के कारण आ रहे व्यवधानों से मुक्त हो जाना चाहिए."
भारतीय विज्ञान संस्थान और भारतीय सांख्यिकी संस्थान के शोधकर्ताओं ने हाल के अनुमानों में दावा किया है कि देश में जनवरी के अंत या फरवरी की शुरुआत में एक दिन में 10 लाख से अधिक कोविड के मामले देखे जाने की संभावना है.
महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोविड के नए मामले स्थिर होते दिख रहे हैं, लेकिन बेंगलुरु और पुणे जैसे अन्य स्थानों में संक्रमण बढ़ रहा है. SBI रिसर्च ने एक रिपोर्ट में ये दावा किया है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुंबई में तीसरी लहर शायद अपनी चरम पर पहुंच गई है और अगर अन्य जिले भी कोरोना को नियंत्रित करने के लिए सख्त उपाय लागू करते हैं, तो मुंबई पीक के दो तीन हफ्ते बाद देश में कोरोना की पीक आ सकती है.
केंद्र ने 18 जनवरी को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से महामारी के प्रसार को ट्रैक करने के लिए रणनीतिक तरीके से कोविड टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए कहा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे एक पत्र में कहा, "टेस्टिंग ढांचे का एक महत्वपूर्ण घटक बना हुआ है. ये ICMR पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों से देखा गया है कि कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में परीक्षण में गिरावट आई है."
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने उन्हें इस पहलू पर तुरंत ध्यान देने और विशिष्ट क्षेत्रों में मामले की सकारात्मकता के रुझान को ध्यान में रखते हुए रणनीतिक तरीके से जांच बढ़ाने की सलाह दी.
(IANS के इनपुट्स के साथ)
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