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BJP के ‘जूतामार’ सांसद का टिकट कटा, पार्टी ने पिता को दिया मौका

बीजेपी ने जारी की लोकसभा चुनाव उम्मीदवारों की लिस्ट

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चुनाव
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बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी
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बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी
(फोटोः Twitter)

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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ‘जूतामार’ सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट काट दिया है. शरद त्रिपाठी की जगह संतकबीर नगर से निषाद पार्टी के प्रवीण निषाद को उम्मीदवार बनाया गया है.

बता दें, शरद त्रिपाठी ‘जूताकांड’ की वजह से सुर्खियों में आए थे. उत्तर प्रदेश की संत कबीरनगर सीट से सांसद त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी के विधायक को एक कार्यक्रम के दौरान जूतों से पीटा था. इस ‘जूताकांड’ के बाद शरद त्रिपाठी का टिकट कटना तय माना जा रहा था.

बीजेपी ने जारी की लोकसभा चुनाव उम्मीदवारों की लिस्ट

  • प्रतापगढ़ से संगम लाल गुप्ता
  • अंबेडकर नगर से मुकुट बिहारी
  • संतकबीर नगर से प्रवीण निषाद
  • गोरखपुर से रविकिशन
  • देवरिया से रमापति राम त्रिपाठी
  • जौनपुर से केपी सिंह
  • भदोही से रमेश बिंद
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“अपनी ही पार्टी के विधायक पर बरसाए थे जूते”

मार्च महीने के पहले हफ्ते में ही सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में सांसद शरद त्रिपाठी पार्टी के ही विधायक राकेश बघेल को जूते से मार रहे थे. जानकारी के मुताबिक, एक कार्यक्रम में बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और बीजेपी विधायक राकेश बघेल दोनों ही मौजूद थे. इस दौरान दोनों में किसी शिलापट्टिका पर नाम को लेकर बहस हो गई. इसके बाद विधायक ने सांसद को जूते से मारने की बात कही. लेकिन इससे पहले ही सांसद ने अपना जूता निकाला और विधायक पर हमला बोल दिया.

पार्टी ने ‘जूतामार’ सांसद के पिता को देवरिया से बनाया उम्मीदवार

बीजेपी ने भले ही जूतामार सांसद शरद त्रिपाठी का टिकट काट दिया हो. लेकिन पार्टी ने उनके पिता रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है. बताया जा रहा है कि गोरखपुर और आसपास के इलाकों में ठाकुर और ब्राह्मण के वर्चस्व की पुरानी लड़ाई है. 'जूता कांड' के बाद से दोनों खेमों में चर्चा थी कि पार्टी शरद त्रिपाठी का टिकट काटती है या नहीं. पार्टी नहीं चाहती थी कि दोनों में से कोई खेमा नाराज हो और जूता कांड का असर लोकसभा चुनावों पर पड़े. इसीलिए पार्टी ने घटना के बाद दोनों नेताओं में किसी पर भी अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की.

जानकारों की मानें तो शरद त्रिपाठी का टिकट कटने पर स्थानीय ब्राह्मण मतदाता नाराज हो सकते थे, और अगर पार्टी शरद त्रिपाठी को दोबारा टिकट देती तो ठाकुर मतदाता नाराज हो सकते थे. इसलिए पार्टी ने शरद त्रिपाठी का टिकट काटकर, उनके पिता और कद्दावर ब्राह्मण नेता रमापति राम त्रिपाठी को देवरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है. पार्टी ने देवरिया सीट से रमापति राम त्रिपाठी को चुनाव मैदान में उतारकर एक तीर से दो निशाने साधे है. देवरिया में कलराज मिश्रा जैसे दिग्गज ब्राह्मण नेता का टिकट कटने के बाद पार्टी ने इस सीट पर बड़े ब्राह्मण चेहरे की कमी भी पूरी कर दी है और शरद त्रिपाठी का टिकट कटने का विरोध भी खत्म कर दिया है.

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Published: 15 Apr 2019,04:19 PM IST

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