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देश में सबसे ज्यादा कहीं ढोलक बनता है तो वह उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का अमरोहा (Amroha) ही है. अमरोहा के लकड़ी हस्तकला एसोसिएशन के अध्यक्ष शक्ति कुमार अग्रवाल कहते हैं कि अमरोहा में 'करीब पांच हजार लोग ढोलक के व्यापार से जुड़े हैं. और करीब 400 ढोलक बनाने वाले कारखाने हैं. लेकिन फिलहाल ढोलक की थाप पर महंगाई की छाप है.
अमरोहा के ढोलक व्यापारी राजीव कुमार प्रजापति बताते हैं, "एक जिला एक उत्पाद योजना (ODOP) योजना के आने से व्यापारियों को फायदा हुआ है. इस योजना के तहत 25 फीसदी सब्सिडी के साथ लोन का प्रावधान है, जिसका फायदा मुझे भी मिला है. लेकिन कई लोग ओडीओपी का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं."
दरअसल, कई लोगों की शिकायत है कि ओडीओपी के लिए जो कागजी कार्रवाई होती है उसमें अधिकारी काम अटका देते हैं.
लकड़ी हस्तकला एसोसिएशन के अध्यक्ष शक्ति कुमार अग्रवाल ओडीओपी से खुश हैं लेकिन उनका कहना है कि सरकार भले ही लोन की बात करे लेकिन लोन लेना आसान काम नहीं है.
ढोलक व्यापारी राजीव कुमार प्रजापति कहते हैं कि सरकार ने ढोलक को जीएसटी से बाहर रखा है लेकिन ढोलक बनाने के लिए जो सामान खरीदते हैं उसपर जीएसटी लगता है. चाहे वो लकड़ी हो या चमड़ा. इसके अलावा लगातार बढ़ती महंगाई ने भी इस व्यापार को कमजोर किया है. राजीव कहते हैं कि इनका प्रोडक्ट देश-विदेश में जाता है. लेकिन पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम ने भी इस बाजार पर अपना असर डाला है.
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