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उत्तर प्रदेश चुनाव (Uttar Pradesh Election) के नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई हैं. यहां तक की लंबे समय से गायब मायावती (Mayawati) ने भी बुधवार को आगरा में रैली को संबोधित किया. उधर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने एक साथ मिलकर कैराना में बीजेपी को पलायन पर टारगेट किया.
वहीं बीजेपी नेता अमित शाह (Amit Shah) ने अखिलेश यादव पर तंज किया तो पीलीभीत से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को निशाना बनाया. आइए नजर डालते हैं उत्तर प्रदेश की पांच बड़ी खबरों पर.
जयंत चौधरी ने बुधवार को हुई अपनी मथुरा की रैली में कहा कि बीजेपी उन्हें खुश करने की कोशिश कर रही है, जिससे कोई फायदा नहीं मिलने वाला है. उन्होंने कहा, "वे लोग मुझे भी न जाने कैसी-कैसी बात कह रहे हैं. उन्हें कोई प्यार नहीं है कोई लगाव नहीं है हमारे लिए और मैं कह रहा हूं कि मैं हेमा मालिनी नहीं बनना चाहता हूं, मुझे खुश करके आपको क्या मिलेगा. जनता के लिए क्या करोगे उन किसान परिवारों के लिए क्या किया."
हालांकि, बाद में जयंत चौधरी ने अपने बयान को लेकर सफाई भी दे है. उन्होंने बताया कि मांट सीट से हमारे उम्मीदवार को हथियाने की कोशिश की जा रही थी. योगेश ने मंच से कहा था कि उन्हें सांसद पद की पेशकश की गई थी. इसलिए मैंने व्यंग्य के साथ कहा कि वे उन्हें हेमा मालिनी बनाने जा रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को विपक्षी दलों, खासतौर से समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर आर्टिकल 370 हटाए जाने का विरोध करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने कहा था कि खून की नदियां बहेंगी. शाह ने कहा- लेकिन किसी में एक कंकड़ चलाने की भी हिम्मत नहीं हुई.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधरी ने शामली के कैराना में चुनाव प्रचार किया. कैराना में एसपी-आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशी नाहिद हसन जेल में बंद हैं. अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के साथ नाहिद की बहन इकरा ने भी अपने भाई के लिए वोट की अपील की.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को पीलीभीत पहुंचकर चार विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों के समर्थन में सभा को संबोधित किया और समाजवादी पार्टी को अपने निशाने पर लिया. उन्होंने एसपी से सीधा सवाल पूछते हुए कहा, "जब भी आपकी हुकूमत आती है तब गुंडागर्दी क्यों बढ़ जाती है? जाति और संप्रदाय के नाम पर राजनीति क्यों करते हैं? क्या इंसाफ और इंसानियत के नाम पर राजनीति नहीं हो सकती. यूपी में एसपी की नैया डूबने वाली है. कोई सहारा नहीं बचा है. लाल टोपी भी नहीं बचा पाएगी. सपा गई..गई..गई.
भ्रष्टाचार के मामले पर बीजेपी की तारीफ और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा-
लंबे समय से प्रचार अभियान से गायब रही मायावती ने बुधवार को आगरा में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. मायावती को लेकर बाते की जा रही थी बीएसपी का सूरज ढल गया है. वहीं कई अफवाहें फैल रही थी कि मायावती ने बाजेपी के साथ सांठ गांठ कर ली है. लेकिन आज आगरा में चुनावी रैली में उन्होंने कांग्रेस, बीजेपी और समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला. मायावती ने आगरा रैली में क्या कुछ कहा वो आप यहां क्लिक कर पढ़ और सुन सकते हैं.
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