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बॉलीवुड एक्टर तनुश्री दत्ता की ओर से एक्टर नाना पाटेकर के खिलाफ लगाए गए सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों के मामले में मुंबई पुलिस ने अपनी जांच बंद कर दी है. पुलिस ने ये कहते हुए जांच बंद की है कि उन्हें तनुश्री के पाटेकर के खिलाफ लगाए गए सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों को साबित करने के लिए कोई विश्वसनीय सबूत नहीं मिला है.
तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर साल 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर हैरेस करने का आरोप लगाया था. इस मामले में उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में पुलिस में केस दर्ज कराया था.
मुंबई पुलिस के केस बंद करने पर तनुश्री दत्ता ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि एक भ्रष्ट सिस्टम एक भ्रष्ट व्यक्ति को क्लीन चिट दे रहा है.
वहीं नाना पाटेकर के वकील अनिकेत निकम ने कहा कि ये आरोप शुरुआत से ही झूठे थे. निकम ने कहा, 'मेरे क्लाइंट के खिलाफ सभी आरोप शुरुआत से ही झूठे थे. मेरे क्लाइंट निर्दोष है और न्याय जरूर मिलेगा.'
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दत्ता के वकील नितिन सतपुते ने दावा किया है कि उन्हें अभी तक पुलिस से कोई ऑफिशियल कम्यूनिकेशन नहीं मिला है. सतपुते ने कहा कि अगर ऐसा है तो वो क्लोजर को कोर्ट में चैलेंज करेंगे.
इससे पहले मई में खबरें आईं थीं कि इस मामले में नाना पाटेकर को क्लीन चिट मिल गई है. इन खबरों से नाराज तनुश्री दत्ता ने बयान जारी कहा था कि मीडिया में ऐसी झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं कि नाना को पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है, लेकिन ऐसा नहीं है.
पिछले साल अक्टूबर में तनुश्री ने जूम टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में नाना पाटेकर पर सेक्सुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया था. तनुश्री ने बताया था कि नाना पाटेकर ने 2008 में फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' के सेट पर उनका हैरेसमेंट किया था. तनुश्री का कहना था कि पाटेकर ने उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश की थी और उनसे बेहूदे डांस स्टेप कराए जा रहे थे.
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