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COVID-19 एक ऐसी बीमारी है, जो SARS-CoV-2 नाम के कोरोना वायरस से होती है. चीन के वुहान में अचानक इसके मामले सामने आने के बाद दुनियाभर में ये तेजी से फैल गया.
ये वायरस अपर रेस्पिरेटरी सिस्टम (साइनस, नाक और गला) और लोअर रेस्पिरेटरी सिस्टम (सांस की नली और फेफड़े) दोनों पर हमला करता है. इसमें संक्रमण सामान्य से लेकर जानलेवा भी होता है. यह दूसरे कोरोना वायरस की तरह ही खासकर आपसी संपर्क के जरिए फैलता है.
अगर कोई इस वायरस से संक्रमित है, तो लक्षण 2-14 दिन में दिख सकते हैं. ये हर शख्स के मामले में उसकी इम्युनिटी के कारण अलग होता है.
लक्षणों को पहचानें: अपने लक्षणों को पहचानें और इसकी तुलना कोविड-19 के लक्षणों से करें. अगर आप में कोरोना से जुड़े लक्षण लग रहे हैं, तो आपको कोरोना वायरस का टेस्ट कराना चाहिए या हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करना चाहिए.
डायग्नोस्टिक सेंटर या कोविड लैब से संपर्क करें: टेस्ट के लिए जाने से पहले लैब से वो सभी पूछताछ करें जो आप वहां जाने से पहले जरूरी समझते हैं. टेस्टिंग के उस तरीके को तरजीह दें, जो सटीक रिजल्ट देता हो.
सुरक्षा/इन्फ्रास्ट्रक्चर जरूरी: ऐसे डायग्नोस्टिक सेंटर का पता लगाएं, जो खासकर COVID-19 कलेक्शन के लिए हो, जहां सैंपल कलेक्शन के लिए अलग एरिया हो क्योंकि आपको नहीं पता कि कौन इन्फेक्टेड है या आपसे किसी को या आपको किसी से संक्रमण का खतरा हो सकता है.
सोशल डिस्टेन्सिंग: टेस्ट रिजल्ट आने से पहले तक आपको पता नहीं चलेगा कि आप वायरस से इन्फेक्टेड हैं या नहीं. इसलिए टेस्ट के लिए जाने से पहले और रिजल्ट निगेटिव आने तक हर किसी से दूरी बनाए रखना और जरूरी एहतियात बरतना बेहतर होगा.
नैसोफैरिंजील सैंपल को मरीज की नाक से कलेक्ट किया जाता है, जबकि ओरोफैरिंजील सैंपल को मरीज के गले से कलेक्ट किया जाता है.
अगर टेस्ट तुरंत नहीं किया जा रहा हो, तो कलेक्ट किया गया सैंपल (स्वैब) एक सॉल्यूशन में रखा जाता है, ताकि उसे दूषित होने से बचाया जा सके.
पॉजिटिव या निगेटिव रिजल्ट के लिए सैंपल का आकलन और अध्ययन किया जाता है.
खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए इस वायरस से जुड़े तथ्यों और जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों के बारे में जानें.
इस वायरस के आगे प्रसार को रोकने के लिए आपके डॉक्टर और हेल्थकेयर अधिकारियों के जरिए भी सभी जरूरी जानकारी आपको दी जाएगी.
याद रखें, हमेशा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें, मास्क पहनें और अपने आसपास के लोगों से भी ऐसा ही करने को कहें. हमें खुद ही नोवल कोरोना वायरस के फैलने पर काबू पाने के लिए सामाजिक जिम्मेदारी निभानी होगी.
(ये आर्टिकल स्टार इमेजिंग पैथ लैब के डायरेक्टर डॉ समीर भाटी ने लिखा है.)
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