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कोविड के नए वेरिएंट के आने की खबर सामने आई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डबल्यूएचओ (WHO) ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट XE ने दस्तक दे दी है. साथ ही डबल्यूएचओ ने ये भी कहा कि XE वेरिएंट ओमिक्रॉन से करीब 10 फीसदी ज्यादा संक्रामक है और यह तेजी से फैलता है.
कोविड 19 का नया वेरिएंट ब्रिटेन (यूके) में पाया गया है. इसे OMICRON सब वेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन बताया जा रहा है. इस नए वेरिएंट पर अध्ययन चल रहा है. फिलहाल इसके बारे में यह कहा जा रहा है कि यह BA.1 और BA.2 ओमिक्रोन सब वेरिएंट के म्यूटेशन से बना है. जैसा कि शुरुआती स्टडी से संकेत मिले हैं, XE वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार BA.2 वेरिएंट की तुलना में करीब 10 फीसदी अधिक है.
वहीं मीडिया में ये भी खबर आ रही है कि डबल्यूएचओ ने अपनी हालिया रिपोर्ट में कहा है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता, तब तक इसे ओमिक्रॉन वेरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा.
ओमीक्रॉन, विशेष रूप से BA.2, अत्यधिक संक्रामक है और लोगों में तेजी से फैल रहा है. लेकिन, यह भी ध्यान दिया होगा कि मृत्यु दर बहुत कम है.
विशेषज्ञों का कहना है कि बहुत जल्द पता चल जाएगा कि यह पिछले सब वेरिएंट की तुलना में यह नया वेरिएंट खतरनाक है या नहीं और अगर है तो कितना है.
WHO ने 6 अप्रैल 2022 को जारी किए एक बयान में कहा है कि XE वेरिएंट चिंता का कारण है क्योंकि यह बहुत तेजी से फैलता है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है:
"XE री-कॉमबिनन्ट (BA.1-BA.2) को ओमिक्रॉन वेरिएंट के ही साथ ट्रैक किया जा रहा है. इस री-कॉमबिनन्ट का पता पहली बार यूनाइटेड किंगडम में 19 जनवरी को चला था और तब से कुछ सौ सीक्वेन्स रिपोर्ट और कन्फर्म किए गए हैं".
बयान में कहा गया है कि "प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर शुरुआती अनुमान बताते हैं कि BA.2 की तुलना में XE 10 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है, हालांकि इस खोज के लिए और पुष्टि की आवश्यकता है.”
"मीडिया में कुछ जगहों पर 10% ज्यादा फैलने की जगह 10 गुना बताया है. यह गलत है. अगर 10% वृद्धि दर की पुष्टि की जाती है, तो यह वेरिएंट 1.1 गुना अधिक संक्रामक होगा, न कि 10 गुना."
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब तक WHO ट्रान्स्मिशन और रोग विशेषताओं में खास अंतर की पहचान नहीं करता, तब तक XE को ओमिक्रॉन वेरिएंट से जोड़कर ही देखा जाएगा.
दुनिया के कई हिस्सों में कोविड से जुड़ी पाबंदियां हटाई जा चुकी हैं. जिसके बाद कई जगह कोविड मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है. ब्रिटेन में भी पाबंदियों को हटाए हुए कुछ समय बीत गए हैं. ऐसे में इस नए वेरिएंट का आना चिंताजनक हो सकता है.
2 वर्षों से दुनिया भर में लोग कोविड या लॉन्ग कोविड (Long covid) के शिकार हो रहे हैं.
डबल्यूएचओ के अनुसार लॉन्ग कोविड (Long covid) उसे कहते हैं, जब व्यक्ति में कोविड संक्रमण हुए 3 महीने पार हो गए हों, पर तब भी उनमें 2 महीने या उससे ज्यादा समय के लिए कोविड के लक्षण दिख रहे हों.
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Published: 02 Apr 2022,02:42 PM IST