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COVID-19 VARIANT- कोविड की नई लहर के साथ ही कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. इसके लिए ओमिक्रॉन के नए सब वेरिएंट XBB 1.16 को जिम्मेदार बताया जा रहा है. पिछली लहरों की तुलना में इस बार मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती करवाने की नौबत कम है और ज्यादातर मरीज घर में ही इलाज लेकर ठीक हो रहे हैं.
आइए इस FAQ में जानते हैं, देश में कोविड के ताजा हालात क्या हैं? कौन से ऐसे राज्य हैं, जहां कोविड संक्रमण अधिक फैल रहा है? सरकार के नए कोविड गाइडलाइन्स क्या हैं? अचानक क्यों बढ़ रहे हैं कोविड के मामले? क्या ये नया वेरिएंट खतरनाक है?
देश में कोविड के ताजा हालात क्या हैं?
देश में पिछले 24 घंटों में भारत में कुल 4,435 COVID 19 के मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें सक्रिय मामलों की संख्या 23,091 तक पहुंच गई है. 4 अप्रैल, 2023 को दैनिक सकारात्मकता दर 6.12% थी.
कौन से ऐसे राज्य हैं, जहां कोविड संक्रमण अधिक फैल रहा है?
देश के कई राज्यों में कोविड के सक्रिय मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. कुछ राज्य इस प्रकार हैं:
केरल - 6,825
महाराष्ट्र - 3,792,
गुजरात - 2,220
दिल्ली -1,710
हिमाचल - 1493
कर्नाटक - 1,411
तमिलनाडु - 1,068
हरियाणा - 863
सरकार के नए कोविड गाइडलाइंस क्या हैं?
सरकार ने लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और टीकाकरण की खुराक पूरी करने की सलाह दी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि वे "पांच गुना रणनीति" का पालन करें. टेस्ट-ट्रैक ट्रीट-टीकाकरण जैसे दिशानिर्देशों का पालन पर्याप्त और सक्रिय परीक्षण पर निरंतर ध्यान देने के साथ किया जाना चाहिए.
कल देश में पिछले 24 घंटों में 1,64,740 से अधिक टेस्ट किए हैं.
कोविड होने पर कौन सी दवाएं नहीं लेनी चाहिए?
नए रिवाइज्ड गाइडलाइन के अनुसार, इन दवाओं के उपयोग की सलाह नहीं दी जाती है:
एजिथ्रोमाइसिन
डॉक्सीसाइक्लिन
आइवरमेक्टिन
फेविपिरवीर
लोपिनवीर-रटनवीर
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू)
मोल्नुपिराविर
अचानक क्यों बढ़ रहे हैं कोविड के मामले?
डॉ. अक्षय बुधराजा के अनुसार ये उन लोगों को संक्रमित कर सकता है, जिन्होंने टीके की पूरी खुराक नहीं ली है या अतीत में जिन्हें कोविड हो चुका हैं.
डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
डॉ. अवि कुमार आगे कहते हैं कि यह वायरल काफी तेजी से फैलने वाला है, इसलिए सावधानी बरतें. साथ ही, जैसे ही लक्षण दिखायी दें, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें. खुद को बाकी लोगों से अलग करें (आइसोलेट) ताकि इंफेक्शन न फैले. संक्रामक होने की वजह से यह अधिक फैलता है. संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से इसके फैलने की आशंका बढ़ती है. लेकिन इस बार रोग की गंभीरता कम है. ऐसे में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें:
बुखार 3 दिनों से अधिक समय तक रहता है या सांस लेने में कठिनाई हो रही हो.
सीने में दर्द या ऑक्सीजन सेचुरेशन 94% से कम हो जाए.
इसके लक्षणों में बुखार शामिल है ,जो 3 से 4 दिनों में खुद ठीक हो रहा है. इसके अलावा, खांसी, नाक बहने और गले में दर्द की शिकायत भी हो रही है. बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल न लें. ज्यादातर रोगियों को पेरासिटामोल के अलावा किसी दूसरी दवा की आवश्यकता नहीं होती है.
क्या ये नया वेरिएंट खतरनाक है?
डॉ. अक्षय बुधराजा कहते हैं, "इस बार कोविड मामलों में लक्षण काफी हल्के हैं, लेकिन पुराने रोगों से पीड़ित मरीजों को सावधानी बरतने और भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी जाती है. यह वेरिएंट अधिकांश लोगों में हल्की बीमारी पैदा कर रहा है और आमतौर पर हॉस्पिटल जाने की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन कुछ में यह मध्यम या गंभीर बीमारी विकसित हो सकती है". जैसे कि
क्रोनिक किडनी रोग
कैंसर
ऑटोइम्यून बीमारी
अस्थमा
सीओपीडी
हृदय रोग
मोटापा
बच्चे और बुजुर्ग
जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है
हमें याद रखना होगा कि कोविड के मामले में वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा ठीक ऐसी ही है जैसे कि इंश्योरेंस कवच से मिलती है. ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए मास्क का प्रयोग करें, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और कोविड वैक्सीनेशन की अपनी खुराक पूरी करें.
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