advertisement
स्वास्थ्य मंत्रालय ने 23 अगस्त मंगलवार को हाथ, पैर और मुंह की बीमारी यानी कि टमाटर फ्लू से निपटने के लिए राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए.
केंद्र की सलाह के अनुसार, इस बीमारी की पहचान सबसे पहले केरल के कोल्लम जिले में 6 मई को हुई थी और 26 जुलाई तक यह पांच साल से कम उम्र के 82 से अधिक बच्चों में फैल चुकी है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि कोल्लम के अलावा, आंचल, आर्यनकावु और नेदुवथुर गांवों से मामले सामने आए हैं.
तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और ओडिशा से भी हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) के मामले सामने आए हैं. ओडिशा के 26 बच्चों के एचएफएमडी से पीड़ित होने की पुष्टि हुई है.
एडवाइजरी में कहा गया है कि इन चार राज्यों के अलावा, भारत के किसी अन्य क्षेत्र से इस बीमारी की सूचना नहीं मिली है.
हाथ, पैर और मुंह की बीमारी, जिसे आम बोलचाल की भाषा में 'टमाटर फ्लू' कहा जाता है, एक वायरल बीमारी है.
"टमाटर फ्लू" नाम रोग के सबसे सामान्य लक्षण का एक संदर्भ है - टमाटर के आकार के छाले जो शरीर के विभिन्न भागों पर दिखाई देते हैं. फफोले शुरू में लाल और छोटे होते हैं, जो बड़े हो जाते हैं और रोग बढ़ने पर टमाटर के समान दिखने लगते हैं.
बायोलॉजिस्ट विनोद स्कारिया के अनुसार, एचएफएमडी को 'टमाटर फ्लू' कहना "किसी बीमारी को नाम देने का एक बहुत ही गलत तरीका है." ट्विटर पर, विनोद स्कारिया बीमारी के बारे में विस्तार से बताते हैं.
एचएफएमडी के लक्षणों में शामिल हैं:
बुखार
जोड़ों का दर्द और सूजन
त्वचा में जलन
थकान
मतली और उल्टी
दस्त
डिहाइड्रेशन
एचएफएमडी आमतौर पर बुखार, मुंह के छाले और त्वचा पर चकत्ते के साथ शुरू होता है. मरीजों को भूख में कमी, अस्वस्थता, गले में खराश और हल्का बुखार का अनुभव हो सकता है.
रोग की शुरुआत के एक या दो दिन बाद, त्वचा पर छोटे-छोटे छाले या लाल धब्बे दिखाई देते हैं, जो अल्सर में बदल जाते हैं.
घाव आमतौर पर जीभ, मसूड़ों, गालों, हथेलियों और पैरों के तलवों तक ही सीमित होते हैं.
डॉक्टरों के अनुसार, एचएफएमडी एक स्व-सीमित (self limiting) संक्रामक रोग है, जिसका अर्थ है कि यह आमतौर पर अपने आप कम हो जाता है.
छोटे बच्चों और शिशुओं में गंदी सतहों के संपर्क में आने और चीजों को सीधे अपने मुंह में डालने से टमाटर फ्लू होने की आशंका अधिक होती है.
जबकि एचएफएमडी मुख्य रूप से 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में होता है, वयस्क भी संक्रमित कपड़े, खिलौने, भोजन या अन्य सामग्री के संपर्क में आने से संक्रमित हो सकते हैं.
यह संक्रमित बच्चे को उन बच्चों के साथ कपड़े, भोजन, खिलौने या अन्य सामान साझा करने की अनुमति देने के खिलाफ भी सलाह देता है, जो संक्रमित नहीं हैं.
जिम्मेदार वायरस की पहचान करने के लिए स्टूल के नमूनों और गले के स्वाब के नमूनों का परीक्षण किया जा सकता है. इस प्रक्रिया में 2-4 सप्ताह लग सकते हैं. इस बीच, जब आप परिणामों की प्रतीक्षा करते हैं, तो केंद्र अलगाव और अन्य निवारक (preventive) उपायों की सलाह देता है.
केंद्र की एडवाइजरी में कहा गया है कि एचएफएमडी को रोकने या उसका इलाज करने के लिए कोई एंटीवायरल दवा या टीका नहीं है. बुखार और शरीर में दर्द के लिए पैरासिटामोल दी जा सकती है.
साथ ही इसका उपचार अन्य वायरल संक्रमणों के समान है, जैसे आइसोलेशन (isolation), आराम करना, बहुत सारे तरल पदार्थ पीना, और चकत्ते के जलन को दूर करने के लिए गर्म पानी से स्पंज स्नान करना.
दिशानिर्देश बीमारी के प्रसार को सीमित करने के लिए लक्षणों की शुरुआत से 5 से 7 दिनों के आइसोलेशन (isolation) की भी सलाह देते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined