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World Hypertension Day 2023: हाइपरटेंशन, जिसे हाई ब्लड प्रेशर भी कहा जाता है, एक सामान्य क्रोनिक कंडीशन है, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. भारत में, लगभग 200 मिलियन लोगों को हाइपरटेंशन होने का अनुमान है, जो इसे एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनाता है. अनकंट्रोलड हाइपरटेंशन हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी रोग जैसी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.
कई लाइफस्टाइल मॉडिफिकेशन्स हैं, जो हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने और संभावित जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं. फिट हिंदी को गुरुग्राम, मेदांता हॉस्पिटल में हार्ट इंस्टीट्यूट के सीनियर डायरेक्टर- क्लिनिकल एंड प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी, डॉ. मनीष बंसल ने बताया कि हम कैसे लाइफस्टाइल में बदलाव ला कर हाइपरटेंशन यानी कि हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सकते हैं.
नियमित व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से ब्लड प्रेशर, तनाव और वजन कम होता है. साथ ही सामान्य कार्डियोवास्कुलर स्वास्थ्य में भी सुधार होता है. तेज चलना, साइकिलिंग, स्विमिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और योग जैसे व्यायाम हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने में प्रभावी हो सकते हैं.
हेल्दी डाइट: फल, सब्जियां, सबूत अनाज, लीन प्रोडक्टस और लो डाइटरी प्रोडक्टस से भरपूर स्वस्थ आहार हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा कम नमक खाना, प्रोसेस्ड और फैटी खाद्य पदार्थों से बचना और शराब की मात्रा सीमित करना ब्लड प्रेशर नियंत्रण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
वेट मैनेजमेंट: स्वस्थ वजन बनाए रखना हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. नियमित व्यायाम और स्वस्थ आहार के कॉम्बिनेशन से वजन कम करना और ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करने में मदद मिलती है.
स्ट्रेस मैनेजमेंट: क्रोनिक स्ट्रेस ब्लड प्रेशर के स्तर में वृद्धि कर सकता है. मैडिटेशन, गहरी सांस लेना और माइंडफुलनेस को अभ्यास करने जैसी तनाव कम करने वाली गतिविधियों को फॉलो करने से हाइपरटेंशन को नियंत्रित किया जा सकता है.
धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान ब्लड प्रेशर के स्तर को बढ़ा सकता है और दिल और रक्त वाहिकाओं (vessels) को नुकसान पहुंचा सकता है. धूम्रपान छोड़ना हाइपरटेंशन के नियंत्रण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
ब्लड प्रेशर कम: नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार, वेट मैनेजमेंट, तनाव कम करना और धूम्रपान छोड़ना जैसे लाइफस्टाइल मॉडिफिकेशन्स ब्लड प्रेशर के स्तर को कम कर सकते हैं, जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी हाइपरटेंशन से संबंधित कॉम्प्लीकेशन्स का खतरा कम होता है.
कार्डियोवास्कुलर स्वास्थ्य में सुधार: नियमित शारीरिक गतिविधि और स्वस्थ आहार का पालन करने से कार्डियोवास्कुलर हेल्थ में सुधार होता है, जिससे हार्ट की बीमारी का खतरा कम होता है.
इंसुलिन संवेदनशीलता (sensitivity) में सुधार: स्वस्थ वजन बनाए रखना और स्वस्थ आहार का पालन करना इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin sensitivity) में सुधार लाता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का रिस्क कम होता है, जो कि हाइपरटेंशन के मुख्य खतरों में से है.
किडनी रोग के खतरे को कम करना: हाइपरटेंशन समय के साथ किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. स्वस्थ ब्लड प्रेशर बनाए रखना और स्वस्थ आहार का पालन करना किडनी रोग के खतरे को कम करने में मदद करता है.
स्वस्थ जीवन शैली का पालन करना हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने में मदद करता है, जो एक बेहतर जीवन गुणवत्ता और कॉम्प्लीकेशन्स के खतरे को कम करता है.
इन हेल्दी लाइफस्टाइल बदलावों को रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करके, एक व्यक्ति हाइपरटेंशन को नियंत्रित कर सकता है और एक स्वस्थ जीवन जी सकता है. हालांकि, यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि स्वस्थ जीवन शैली के बदलाव दवाओं का विकल्प नहीं हैं और हमेशा डॉक्टर से परामर्श करके किए जाने चाहिए. सही जीवन शैली के बदलाव और चिकित्सा सेवा के साथ, हाइपरटेंशन को सफलतापूर्वक नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे जटिलताओं के खतरे को कम किया जा सकता है.
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