FM के OLA-Uber बयान पर बोले लोगः डिलीट कर दिया ऐप,नेशन फर्स्ट

वित्त मंत्री ने ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ‘ओला-उबर’ को ठहराया था जिम्मेदार

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर सोशल मीडिया पर 
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर सोशल मीडिया पर 
(फोटोः Altered By Quint Hindi)

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ऑटो सेक्टर में आई मंदी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ‘ओला-उबर’ बयान का सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया जा रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स अपने-अपने तरीके से सरकार पर कटाक्ष कर रहे हैं. तमाम जानी-मानी हस्तियों ने भी वित्त मंत्री के इस बयान पर कटाक्ष किया है.

बता दें, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बीते मंगलवार को कहा था कि ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए मिलेनियल्स का माइंडसेट और ओला-उबर जैसी ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस जिम्मेदार हैं.

उबर ऐप डिलीट कर दिया, क्योंकि देश सबसे पहले

‘मुल्क’और ‘आर्टिकल 15’ जैसी हिट फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने वित्त मंत्री के बयान पर चुटकी ली. अनुभव सिन्हा ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, ‘अभी-अभी उबर ऐप डिलीट कर दिया. नेशन फर्स्ट.’

एक अन्य ट्वीट में सिन्हा ने ओला के बारे में लिखा, ‘वो है नहीं मेरे पास...मैं तो सिर्फ आधा ही जिम्मेदार था.’

‘...शायद इससे ऑटो सेक्टर को मिलेगी राहत’

जाने-माने कारोबारी जसप्रीत बिंद्रा ने भी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे #BoycottMillennials के साथ अनुभव सिन्हा के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा कि शायद इससे ऑटो सेक्टर को राहत मिलेगी.

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‘मिलेनियल्स हैं नए नेहरू’

सोशल मीडिया पर लोकप्रिय कॉमेडियन कुणाल कामरा ने #BoycottMillennials हैशटैग के साथ कई व्यंगात्मक ट्वीट किए. एक ट्वीट में कामरा ने लिखा, “मिलेनियल्स नए जमाने के नेहरू हैं.” एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘ब्रेकिंग न्यूजः उबर और ओला ने एक डिस्काउंट कूपन कोड लॉन्च किया है Millennialsruineconomy

‘लेकिन गिरावट तो ओला-उबर के धंधे में भी आई’

जाने माने पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने सवालिया लहजे में ट्वीट करते हुए लिखा, ‘क्या ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ओला-उबर जिम्मेदार है? इकनॉमिक टाइम्स में जून महीने में छपी रिपोर्ट कहती है कि ओला-उबर की राइड ग्रोथ में कमी आई. डेली राइड्स में सिर्फ चार फीसदी का इजाफा हुआ. महाराष्ट्र की एक नई टूरिस्ट कैब कंपनी में तो गिरावट दर्ज की गई. इस कंपनी के डेटा के मुताबिक, साल 2017-18 के बीच 66,683 लोगों ने सफर किया. जबकि साल 2018-19 के बीच सिर्फ 24,386 लोगों ने सफर किया.’

‘वैचारिक मंदी के कारण आई आर्थिक मंदी’

जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने ट्विटर पर लिखा, ‘मंत्री जी, सरकार चलाने वालों की वैचारिक मंदी के कारण देश में आर्थिक मंदी है. नाच न जाने आंगन टेढ़ा, मंदी का ठीकरा युवाओं पर फोड़ा.’

बता दें, कांग्रेस पार्टी ने भी बुधवार को ऑटो सेक्टर में मंदी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस ने कहा है कि ऑटो सेक्टर में मंदी के लिए ‘ओला-उबर’ को जिम्मेदार ठहराना वित्त मंत्री की अपरिपक्वता दर्शाता है.

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