advertisement
केंद्र सरकार ने रविवार, 29 मई को आधार कार्ड की फोटोकॉपी को साझा करने को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है. पहले UIDAI ने आधार कार्ड (AADHAR CARD) की फोटोकॉपी किसी भी बिना लाइसेंस वाली निजी संस्था के साथ साझा करने को लेकर चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद सरकार को कई आलोचना का सामना करना पड़ा. बाद में सरकार ने ये बयान वापस ले लिया.
दरअसल शुक्रवार को, UIDAI ने लोगों को अपने आधार कार्ड की फोटोकॉपी साझा करने के खिलाफ चेतावनी दी थी क्योंकि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है. आधार जारी करने के लिए अनिवार्य सरकारी एजेंसी ने भारतीय निवासियों की पहचान को सत्यापित करने के उद्देश्य से मास्कड आधार का उपयोग करने की सलाह दी है. एक मास्कड आधार कार्ड पर 12 अंको के नंबर की जगह केवल आखिरी के 4 अंक ही दिखते हैं.
UIDAI कहता है कि अगर कोई निजी संस्था आधार कार्ड मांगती है तो लोग पूछ सकते हैं कि उन्हें इसका लाइसेंस दिया गया है या नहीं.
केंद्र ने बाद में अपने स्पष्टीकरण में यह भी कहा कि, आधार कार्ड धारक केवल इतना ध्यान रखें कि उन्हें आधार की फोटोकॉपी को शेयर करने से पहले अपने सामान्य विवेक का इस्तेमाल करे. केंद्र ने ये भी कहा कि आधार धारक की पहचान और गोपनीयता की रक्षा और सुरक्षा के लिए पर्याप्त सुविधाएं हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)