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दिल्ली के कंझावला कांड (Kanjhawala Accident Case) में पुलिस ने छठे आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, आशुतोष की ही बलेनो कार है, जिससे अंजलि का एक्सीडेंट हुआ था और उसे 12 किमी तक घसीटा गया था. इतना ही नहीं आशुतोष ने अमित को गाड़ी दी थी, लेकिन वह यह बात पुलिस से छिपा रहा था. वहीं एक अन्य आरोपी अंकुश खन्ना की तलाश जारी है.
इस मामले में पुलिस ने पहले 5 आरोपियों (मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन) को गिरफ्तार किया था. गुरुवार को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने पांचों आरोपियों की पुलिस हिरासत 4 दिन और बढ़ा दी है.
IANS सूत्रों ने बताया कि कार मालिक आशुतोष और अंकुश खन्ना आरोपी अमित का भाई है. अंकुश अभी भी फरार चल रहा है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने खुलासा किया कि घटना के समय दीपक नहीं अमित कार चला रहा था.
पुलिस ने कहा कि आशुतोष और अंकुश खन्ना ने सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की है, साथ ही आरोपियों की मदद की नीयत से गलत जानकारी दी है.
दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अंजलि की दोस्त निधि से भी पूछताछ कर रही है. शुक्रवार को उसे सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन लाया गया है. डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह ने IANS को बताया, पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है.
IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए एक पुलिस टीम निधि को लेकर आई है. उन्होंने कहा कि घटना की पूरी टाइम लाइन और आरोपी और चश्मदीद के बयान को जांच के एक हिस्से के रूप में सत्यापित किया जा रहा है. इससे पहले पुलिस ने निधि का सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किया था. वह अंजलि के साथ थी जब यह घटना हुई थी.
दूसरी तरफ चश्मदीद निधि की मां ने अपनी बेटी का बचाव किया है. उन्होंने दावा किया है कि उनकी बेटी एक्सीडेंट होने के बाद घबरा गई थी और इसीलिए उसने पुलिस को मामले की सूचना नहीं दी. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि निधि की हालत देखकर आप खुद समझ जाते कि वो बेहद डरी हुई थी. उनकी प्रतिक्रिया अंजलि की मां के दावों के खिलाफ आई, जहां उन्होंने इस घटना को एक सोची-समझी साजिश बताया था.
वहीं इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने दिल्ली पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने केस सीबीआई को ट्रांसफर करने की मांग की है.
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