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गाजियाबाद से लापता 35 वर्षीय दिव्या की गुत्थी सात महीने बाद पुलिस ने सुलझा ली है. खुलासा हुआ कि लिव इन पार्टनर रमन उसको घुमाने के लिए शिमला ले गया था और उसी दौरान कार में चुन्नी से गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को सुनसान रास्ते पर जंगल में फेंक दिया. गाजियाबाद पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी रमन को गिरफ्तार कर लिया.
गाजियाबाद के वसुंधरा में दिव्या अपने लिव इन पार्टनर रमन के साथ साल-2018 से फ्लैट में रहती थी. दोनों से एक बेटी पैदा हुई, जिसकी उम्र अब 2 साल है. रमन का टीला मोड़ इलाके में मोटर गैराज है. बता दें कि 19 मई, 2022 को दिव्या संदिग्ध परिस्थिति में लापता हो गई. 20 मई को खुद रमन ने थाना इंदिरापुरम में जाकर दिव्या को पत्नी बताकर उसकी मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी. हालांकि पुलिस उस वक्त दिव्या के बारे में कुछ पता नहीं लगा सकी.
अब दिव्या की मां बिट्टो ने 18 दिसंबर, 2022 को थाना इंदिरापुरम पर एक रिपोर्ट दर्ज करायी.
DCP दीक्षा शर्मा ने बताया कि, जब हमने रमन और दिव्या के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई तो पता चला कि 19 मई को दोनों हिमाचल प्रदेश के शिमला में मौजूद थे. शिमला में ही आखिरी बार दिव्या का मोबाइल बंद हुआ है. पुलिस ने तुरंत रमन को कस्टडी में लिया और पूछताछ शुरू की. कड़ाई से पूछताछ में रमन ने सारा घटनाक्रम कबूल लिया.
उन्होंने बताया कि, 26 मई, 2022 को शिमला जिले के थाना कुमारसेन की पुलिस को दिव्या का शव बरामद हुआ. लेकिन पहचान नहीं होने की वजह से उसका लावारिस में अंतिम संस्कार भी कर दिया था. अब गाजियाबाद पुलिस ने जब लावारिस शव के फोटो मांगे तो बिट्टो ने उसकी पहचान दिव्या के रूप में की है.
हत्या क्यों की? पुलिस के इस सवाल पर रमन ने बताया कि, दिव्या साल-2018 से उसके साथ लिव इन में वसुंधरा के फ्लैट में रह रही थी. इस बीच रमन ने एक अन्य महिला से शादी कर ली. दिव्या को ये बात पता चल गई. इसे लेकर आए दिन दोनों में लड़ाई-झगड़ा होने लगा. रमन अब दिव्या से छुटकारा पाना चाहता था. इसलिए उसने हत्या की प्लानिंग बनाई और घुमाने के बहाने दिव्या को शिमला ले गया और वहां ले जाकर मार डाला. किसी को शक न हो, इसलिए गाजियाबाद वापस आकर रमन ने खुद दिव्या की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
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