advertisement
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बांदा में बुधवार को बीजेपी (BJP) नेता और वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी के फंदे से लटका हुआ शव मिला था. अब इस मामले में नई बात सामने आई है. मृतका की बेटियों ने अपने पिता, अपने दादा और पूर्व आईपीएस राज बहादुर सिंह और घर के सदस्यों पर मां की हत्या करने का आरोप लगाया है. बेटियों ने पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले में कार्यवाही की मांग करते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
फिलहाल मौत के मामले में मृतका के पति समेत सुसराल के लोगों के खिलाफ धारा 302, 498-A और दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि एफआईआर के बावजूद पुलिस ने अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है.
पूरे मामले को लेकर मृतका की बेटियों ने कहा कि हम चाहते कि की हमारी मां की मौत के मामले में मोदी जी और योगी जी न्याय करें. क्योंकि जब कल मैं स्कूल जा रही थी तो मेरे पापा मुझे स्कूल छोड़ने जा रहे थे तो उन्होंने मुझसे बोला था कि मैं तुम्हारी मां को मार दूंगा, वहीं दूसरी बेटी ने भी कहा कि जब मैं लखनऊ में थी तो पापा ने मुझसे भी कहा था कि बांदा जाकर तुम्हारी मां को मार दूंगा. इन्होंने कहा कि हमारी मां की मौत में हमारे पापा, बड़े पापा, दादी और बाबा भी जिम्मेदार हैं और इन लोगों ने उन्हें ताने मार-मार के मार डाला इसलिए सबकी गिरफ्तारी की जाए.
मृतका की बेटियों ने बताया कि हमारे बाबा मां को गालियां देते थे और टॉर्चर करते थे. कहते थे कि मेरे पापा दूसरी शादी कर ले और इन्हें तलाक दे दें.
बता दें कि जिले के जसपुरा क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का 27 अप्रैल को शहर के इंदिरा नगर में स्थित उनके आवास में एक कमरे में पंखे से लटकता हुआ उनका संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला था. घटना के बाद से श्वेता गौर सिंह के पति और BJP नेता दीपक सिंह गौर भी लापता हैं.
श्वेता सिंह गौर के मायके वालों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. हालांकि सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने परिवार को मनाकर अंत्येष्टि के लिए तैयार किया.
बता दें कि मौत से पहले श्वेता गौर ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट भी किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'घायल नागिन और शेरनी, अपमानित महिला से डरना चाहिए.'
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)