Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019काश! हम दंतेवाड़ा नक्सली हमले से कुछ सीखते, जिसमें 76 शहीद हुए थे

काश! हम दंतेवाड़ा नक्सली हमले से कुछ सीखते, जिसमें 76 शहीद हुए थे

6 अप्रैल 2010 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुआ नक्सली हमला, भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए बड़े हमलों में से एक है.

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
अप्रैल 2010 दंतेवाड़ा नक्सली हमले की आज बरसी है
i
अप्रैल 2010 दंतेवाड़ा नक्सली हमले की आज बरसी है
(फोटो: क्विंट हिंदी)

advertisement

छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा में सुरक्षाबलों पर हुए नक्सली हमले का शोक पूरा देश मना रहा है. गृहमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री ने इस हमले का बदला लेने और नक्सलियों को सबक सिखाने की बात कही है. पूर्वी-मध्य भारत का ये राज्य अब तक कई नक्सली हमलों से दहल चुका है. इन्हीं में से एक है दंतेवाड़ा में अप्रैल 2010 में हुआ नक्सली हमला, जिसकी आज बरसी है. इस नरसंहार में एक पुलिसकर्मी और CRPF के 75 जवान शहीद हो गए थे.

6 अप्रैल 2010 को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुआ नक्सली हमला, भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए बड़े हमलों में से एक है.

कैसे नक्सलियों का शिकार बने जवान?

CRPF और स्थानीय पुलिस को मिलाकर करीब 80 सुरक्षाबल तीन दिन के ऑपरेशन से लौट रहे थे, जब नक्सलियों ने पूरी प्लानिंग के साथ जवानों को अपना निशाना बनाया था. नक्सलियों को CRPF के काफिले की जानकारी थी. करीब 1000 नक्सली इलाके में छिप गए और IED ब्लास्ट से काफिले को निशाना बनाया, और इसके बाद नक्सलियों ने जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. नक्सलियों ने इतनी प्लानिंग और तेजी से हमले को अंजाम दिया कि जवानों को जवाबी कार्रवाई का मौका भी नहीं मिला.

इस हमले में CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट और जिला पुलिस के हेड कॉन्सटेबल भी शहीद हो गए थे.

घायल जवानों और शहीदों के शवों को वापस लाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया गया था.

रिपोर्ट्स में ये भी सामने आया था कि जवानों को अपना निशाना बनाने के बाद नक्सलियों ने उनके हथियार कब्जा लिए थे. 4 अप्रैल 2021 को बीजापुर-सुकमा में हुए हमले के बाद भी ऐसी ही खबरें सामने आ रही हैं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

दंतेवाड़ा में भी हुई थीं गलतियां?

रिपोर्ट्स में कई खामियां भी सामने आई थीं. कहा जाता है कि लौटते समय लैंडमाइन के लिए सड़कों की चेकिंग जैसे कई SOP फॉलो नहीं हुए थे. कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया था कि जवानों के पास पर्याप्त हथियार नहीं थे.

7 अप्रैल को 2010 PTI रिपोर्ट के मुताबिक, तब गृह सचिव रहे जीके पिल्लई ने माना था कि इसमें कई गलितयां हुईं थीं. उन्होंने कहा था,

“कुछ गलतियां हुई थीं, इतनी जानें नहीं जानी चाहिए.”

केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने भी हमले पर चिंता जाहिर करते हुए कुछ गलत होने की आशंका जताई थी.

हमले के बाद चिदंबरम ने की थी इस्तीफे की पेशकश

दंतेवाड़ा में हुए इस हमले के बाद गृहमंत्री पी चिदंबरम ने इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे अस्वीकार कर दिया था. चिदंबरम ने कहा था, “दंतेवाड़ा में जो हुआ, मैं उसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं.”

बीजापुर-सुकमा हमले में 22 जवान शहीद

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 4 अप्रैल 2021 को सुरक्षा बल और नक्सलियों के बीच घंटों चली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए. इस हमले के बाद एक जवान भी लापता है. इस जवान के नक्सलियों के कब्जे में होने की आशंका है.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 06 Apr 2021,02:41 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT