Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019आरे में पेड़ों की कटाई को ‘विकास’ के नाम पर ‘विनाश’ बता रहे लोग

आरे में पेड़ों की कटाई को ‘विकास’ के नाम पर ‘विनाश’ बता रहे लोग

बॉम्बे हाईकोर्ट के याचिका खारिज करने के बाद शुरू हुई पेड़ों की कटाई

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
बॉम्बे हाईकोर्ट के याचिका खारिज करने के बाद शुरू हुई पेड़ों की कटाई
i
बॉम्बे हाईकोर्ट के याचिका खारिज करने के बाद शुरू हुई पेड़ों की कटाई
(फोटो: PTI, Twitter/Altered By Quint Hindi)

advertisement

मुंबई की आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई शुरू हो गई है. शुक्रवार, 4 अक्टूबर की रात बीएमसी ने पेड़ काटने शुरू किए, जिसके बाद से वहां लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. प्रदर्शन को देखते हुए मेट्रो-रेल प्रोजेक्ट साइट के पास वाले इलाके में CrPC की धारा 144 लागू कर दी गई है. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक पर, लोगों में आरे जंगल के कटने पर काफी गुस्सा है.

आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने की याचिका को बॉम्बे हाईकोर्ट के खारिज किए जाने के बाद पेड़ों की कटाई शुरू हुई है.

ट्विटर पर बॉलीवुड सेलेब्स समेत कई हस्तियों ने पेड़ों के काटने का कड़ा विरोध किया है. नेताओं से लेकर जर्नलिस्ट और आम यूजर्स जंगलों के काटने के खिलाफ हैं.

एक यूजर ने लिखा, ‘वीडियो में आरे जंगल के पेड़ों को कटते देखकर काफी दुख हो रहा है. ये सिर्फ पेड़ों को काटने और पर्यावरण के बारे में नहीं है. ये वहां रह रहे लोगों, उनकी संस्कृति और उनके घरों के बारे में है. ’

आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता प्रीति शर्मा मेनन ने ट्विटर पर विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हम मंत्रालय गए, कोर्ट गए, पुलिस स्टेशन गए. रात में हम सड़कों पर थे. आदित्य ठाकरे आप कहां हैं?’

नेता जिग्नेश मेवाणी ने भी मुंबई के लोगों से आरे को बचाने की अपील की. मेवाणी ने आरे कॉलोनी में प्रदर्शनकारियों पर हुई लाठीचार्ज पर भी कड़ा विरोध जताया.

मीडिया पर्सनैलिटी राज नायक ने लिखा कि हर मुंबईकर मेट्रो के पक्ष में है, बस गुजारिश इतनी सी है कि मेट्रो शेड को उस जगह शिफ्ट कर दिया जाए जहां पेड़ों को काटने की जरूरत न पड़े.

कई सोशल मीडिया यूजर्स ने आरे जंगल की तस्वीरें शेयर कर पेड़ों के कटने पर विरोध जताया है.

एक यूजर ने लिखा, ‘ये गलत है. एक तरफ सरकार पर्यावरण बचाने की मांग करती है, दूसरी तरफ विकास के नाम पर पेड़ों को काट रही है. पता नहीं हम इस विकास का क्या करेंगे अगर पर्यावरण ही नहीं रहेगा तो!’

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

आदित्य ठाकरे पर भी फूटा गुस्सा

शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे भी आरे जंगल में पेड़ों कटने के खिलाफ है. कटाई के बाद आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर इसका विरोध भी जताया, लेकिन इसके बावजूद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हो रही है. लोगों ने पूछा है कि जब सभी सड़कों पर विरोध कर रहे हैं, तो आदित्य ठाकरे कहां हैं?

एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने ट्विटर पर लिखा, ‘आपकी पार्टी बीएमसी और पर्यावरण मंत्रालय को कंट्रोल करती है. आप महाराष्ट्र में गठबंधन में सरकार चलाते हैं. अगर आप खुद को मजबूर बताते हैं, तो चुनाव में मत खड़ें हों. आप एक पेड़ नहीं बचा सकते और सीएम बनने के ख्वाब देख रहे हैं.’

एक एक्टिविस्ट ने लिखा, ‘आदित्य ठाकरे, क्यों आपकी पार्टी से पर्यावरण मंत्री रामदास कदम इसे नहीं रोक सकते?’

जिग्नेश मेवाणी ने भी आदित्य ठाकरे पर हमला बोलते हुए लिखा, ‘आप कहते हैं कि आप आरे के साथ हैं, तो फिर आपको प्रदर्शनकारियों के साथ होना चाहिए. आपकी सरकार सिर्फ पेड़ नहीं काट रही है, बल्कि महिलाओं और छात्रों के साथ बदतमीजी से भी पेश आ रही है. ये शर्मनाक है.’

पेड़ों को काटकर होगा विकास!

बता दें कि मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड बनाने के लिए 2700 के करीब पेड़ काटे जाने हैं. BMC की ट्री अथॉरिटी ने 29 अगस्त, 2019 को मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो 3 प्रोजेक्ट के लिए कार शेड बनाने की योजना को मंजूरी दी है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT