advertisement
पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना की तरफ आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक में तय किए गए टारगेट को निशाना बनाया गया था. फाइटर प्लेन से निकली मिसाइलें अपने टारगेट को अचीव करने में कामयाब रहीं. ऐसा कहना है एयर स्ट्राइक के दौरान हवा से बम बरसाने वाले एक स्क्वॉर्डन लीडर का, जिन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने इस बड़े ऑपरेशन की तैयारियां की थीं.
एनडीटीवी से बातचीत में एयरफोर्स के पायलट ने बताया कि जब हमें पता चला हमें क्या करना है और किसे टारगेट करना है, तो इसके बाद मानसिक तौर पर काफी दबाव था. इंडियन एयरफोर्स ने जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को अपना निशाना बनाया था.
एयर स्ट्राइक में शामिल मिराज 2000 के पायलट ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यह पूरा ऑपरेशन लगभग ढाई घंटे में पूरा कर लिया गया. उन्होंने आगे बताया:
एयरफोर्स के पायलट ने बताया कि टारगेट तक पहुंचने के दौरान उन्हें पाकिस्तानी रडार नहीं पकड़ पाए थे, लेकिन मिसाइल लॉन्च करने के ठीक बाद उन्हें हवा में एक चेतावनी मिली. बताया गया कि एक पाकिस्तानी जेट भारतीय विमानों की फॉरमेशन की तरफ बढ़ रहा है. लेकिन तब तक भारतीय विमान खतरे से बाहर निकल चुके थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)