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महाराष्ट्र के अमरावती में हुए उमेश कोल्हे हत्याकांड (Amravati Umesh Kolhe murder case) के मुख्य आरोपी शेख इरफान शेख रहीम को अमरावती कोर्ट ने 7 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. अमरावती शहर पुलिस के क्राइम ब्रांच ने शनिवार, 2 जून को गिरफ्तार किया था. यह इस मामले में सातवीं गिरफ्तारी थी.
महाराष्ट्र के अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे की कथित तौर पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट के लिए हत्या की गयी है. गृह मंत्रालय के निर्णय के अनुसार उमेश कोल्हे हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया है.
उमेश कोल्हे और उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार एक आरोपी अच्छे दोस्त थे, यह कहना है मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे का. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार महेश कोल्हे ने रविवार को कहा कि
उन्होंने आगे कहा कि "हमारी एक ही मांग की इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में डाला जाए और जल्द से जल्द आरोपियों को सजा मिले. हमें किसी की तरफ से कोई धमकी या कोई दबाव नहीं है."
अमरावती से सांसद नवनीत राणा ने आज सिटी कमिश्नर पर उमेश कोल्हे की हत्या को दबाने का आरोप लगाया है. हालांकि पुलिस द्वारा मामले को कथित रूप से दबाने से जुड़े सवाल पर मृतक के भाई ने कहा है वह ऐसा निश्चित रूप से नहीं कह सकते.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शनिवार को मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को ट्रांसफर कर दिया गया था. इसकी वजह यह भी रही कि स्थानीय बीजेपी इकाई ने पुलिस पर हत्या के पीछे के कारण को छिपाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.
54 वर्षीय उमेश कोल्हे पर 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती शहर में दो लोगों ने मोटरसाइकिल पर हमला किया और उसकी हत्या कर दी. पुलिस का कहना है कि उदयपुर में इसी तरह की हत्या से एक हफ्ते पहले उमेश कोल्हे की हुई हत्या का संबंध भी नूपुर शर्मा के समर्थन में किए गए सोशल मीडिया पोस्ट से था.
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