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Amravati Murder: नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट डालने पर कोल्हे की हत्या- पुलिस

Amaravati Murder Case: इस मामले में पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड (Kanhaiyalal Murder) से ठीक एक सप्ताह पहले, महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) में 54 वर्षीय केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की हत्या कर दी गई. बीजेपी नेताओं का आरोप है कि कोल्हे की हत्या कथित तौर पर बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से की गई है. आपको बता दें कि उमेश कोल्हे की हत्या 21 जून को हुई थी.

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NIA को सौंपी गई जांच

गृह मंत्रालय ने उमेश कोल्हे हत्याकांड की जांच NIA को सौंप दी है. हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और मामले में अंतरराष्ट्रीय साजिश की गहनता से जांच की जाएगी.

अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने घटना से जुड़े 7वें आरोपी को नागपुर, महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है. इसकी जानकारी नीलिमा अराज, पुलिस निरीक्षक, सिटी कोतवाली थाना, अमरावती ने दी है. इसके साथ ही पुलिस ने वारदात में शामिल 6 आरोपियों की पहचान 22 साल के मुदस्सिर अहमद, 25 साल के शाहरुख पठान, 24 साल के अब्दुल तौफिक, 22 साल के शोएब खान, 22 साल के अतिब रशीद और 44 साल के युसूफकान बहादुर खान के रूप में हुई है.

अमरावती के DCP विक्रम साली ने बताया कि, "अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में भेजा गया है. उन पर IPC की धारा 302 (हत्या), 120B (आपराधिक साजिश), और धारा 34 लगाई गई है. पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया यही लग रहा है कि उमेश कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने के बाद हुई है.

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, यूसुफ खान जो एक क्लीनिक चलाता था उसने ग्रुप में ये फैलाया कि कोल्हे नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट कर रहा है. जिससे भड़ककर आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया.

21 जून की रात को हुई हत्या

जानकारी के मुताबिक हत्या की वारदात 21 जून की रात 10 से साढ़े 10 बजे की बीच हुआ. 'अमित मेडिकल शॉप' के संचालक उमेश कोल्हे अपने बेटे संकेत और बहू वैश्नवी के साथ दुकान बंद कर घर लौट रहे थे. इस दौरान आरोपियों ने उन्हें रोका और छुरी से गर्दन पर हमला कर दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए. घटना के बाद उमेश का बेटा और बहू उन्हें लहूलुहान हालत में अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक संकेत ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया, "हम प्रभात चौक होते हुए महिला कॉलेज न्यू हाई स्कूल के गेट पर पहुंचे ही थे कि दो बाइक सवार युवक अचनाक से मेरे पिता के स्कूटर के सामने आ गए. उन्होंने मेरे पिता के स्कूटर को रोक दिया और उनमें से एक ने उनकी गर्दन की बाईं ओर चाकू से वार कर दिया."

नूपुर शर्मा के समर्थन में किया था पोस्ट

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि, "जांच के दौरान पता चला है कि कोल्हे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में व्हाट्सएप पर एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर किया था. गलती से उन्होंने इस पोस्ट को एक ऐसे ग्रुप पर भी शेयर किया था जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी जुड़े थे."

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से हत्या के सवाल पर उमेश कोल्हे के बेटे संकेत ने कहा कि,

“मेरे पिता बहुत खुशमिजाज व्यक्ति थे. उन्होंने कभी किसी के बारे में अपशब्द नहीं बोले और न ही वे किसी राजनीतिक दल से जुड़े थे. मैंने भी सुना है कि सोशल मीडिया पोस्ट की वजह उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन मैंने उसका फेसबुक प्रोफाइल चेक किया और कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया. हत्या का मकसद क्या था यह तो पुलिस ही बता सकती है."

जानकारी के मुताबिक हमले के वक्त उमेश कोल्हे के पास करीब 35 हजार रुपये भी थे. लेकिन हमलावरों ने पैसे नहीं लूटे. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि हत्या लूटपाट के इरादे से नहीं की गई थी.

बीजेपी नेताओं का बड़ा आरोप

वहीं इस मामले में बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि उमेश कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पोस्ट को साझा करने वजह से हुई है.

बीजेपी के राज्यसभा सांसद अनिल बोंडे ने आरोप लगाया है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए उमेश कोल्हे की हत्या की गई. अनिल बोंडे ने पुलिस आयुक्त आरती सिंह से उमेश कोल्हे हत्याकांड और उदयपुर हत्याकांड की जांच करने को कहा है.

वहीं बीजेपी नेता तुषार भारतीय ने आरोप लगाया कि अमरावती पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है.

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