advertisement
लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को 'सुप्रीम' राहत मिली है. शीर्ष अदालत ने केजरीवाल को 1 जून तक की अंतरिम जमानत दी है. आम आदमी पार्टी (AAP) ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए इसे सत्य, संविधान और लोकतंत्र की जीत करार दिया है. वहीं विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी है.
अरविंद केजरीवाल की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया है. उन्होंने कहा, "ये लाखों- करोड़ों लोगों की दुआओं और आशीर्वाद का फल है."
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी, गोपाल राय और सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. आतिशी ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट के फैसले से सिर्फ अरविंद केजरीवाल जी को जमानत ही नहीं मिली है बल्कि सत्य, संविधान और लोकतंत्र की भी जीत हुई है. हम संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं. अब तानाशाही का अंत होगा और इस 2024 के चुनाव में ही होगा।. देश की जनता से अपील है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए अपने वोट की ताकत से तानाशाही शासन को उखाड़ फेंके."
वहीं AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, "सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं."
AAP नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, "यह अभूतपूर्व है, यह एक तरह का चमत्कार है. अभी ये चुनाव जहां है वहां कोई नहीं कह सकता कि चुनाव कहां जाएगा. ऐसे में अरविंद केजरीवाल का बाहर आना, प्रचार करना देश के लिए दिशा मोड़ने वाला रहेगा. इस चुनाव में अभूतपूर्व बदलाव आएंगे. मुझे लग रहा है कि अब चुनाव पलट जाएगा."
अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुशी जताते हुए कहा, "मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई कि अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिल गई है. मौजूदा चुनाव के लिहाज से यह काफी मददगार होगा."
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा, "दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी की जमानत सत्य की एक और जीत है. 'इंडिया गठबंधन' की शक्ति और एकजुटता भाजपा के दुख-दर्द देनेवाले राज से भारत की जनता को मुक्ति दिलवाने जा रही है."
NCP (SCP) नेता शरद पावर ने फैसले का स्वागत करते हुए अपने आधिकारिक X हैंडल पर लिखा, "भारत लोकतंत्र को लेकर प्रतिबद्ध है."
वहीं नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर लिखा, "नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए ये बड़ा फैसला है. INDIA समूह का न्याय युद्ध जारी है, असली जीत 4 जून को इस संविधान विरोधी सरकार को उखाड़ कर होगी."
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत पर कहा, "चुनाव प्रचार के लिए जमानत मिली है और 1 जून तक मिली है, उसके बाद क्या? अंतरिम जमानत मिलना मतलब यह नहीं है कि वे अपराध मुक्त हो गए? 2014 में भी केजरीवाल बाहर थे, 2019 में भी बाहर थे, किसी व्यक्ति के बाहर आने या न आने से चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. दिल्ली की सातों सीटें बीजेपी जीतने जा रही है."
वहीं शिवसेना नेता संजय निपुरम ने कहा, "जेल या जमानत के बजाय पहले उन्हें सीएम पद से हटाया जाना चाहिए. वो हजारों-करोड़ के शराब घोटाले में एक अभियुक्त हैं और 1 जून के बाद उन्हें फिर जेल जाना पड़ेगा. कोई आरोपी जेल से सरकार कैसे चला सकता है? सवाल संवैधानिक प्रावधानों का नहीं है. सवाल नैतिकता है."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)