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नागरिकता संशोधन कानून. 19 दिसंबर को पूरा देश इसके विरोध का गवाह बना. उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम भारत में विरोध हुआ. सरकार ने इस प्रोटेस्ट को नाकाम करने के पूरा अमला लगाया, कहीं मध्यम, कहीं अधिकतम... लेकिन देश भर से जो तस्वीरें आईं उनसे इतना तो तय है कि लोग अपनी आवाज उठाने और बात पहुंचाने में कामयाब रहे.
कुछ ग्राफिक्स कार्ड्स के जरिए समझिए कहां, क्या हुआ? कैसे हुआ और सरकार ने कैसे रिएक्ट किया.
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एक और खास बात यहां नजर आती है, जब नागरिकता कानून के खिलाफ जब दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन की शुरुआत की तो ये नैरेटिव सेट करने की कोशिश की गई कि सिर्फ मुस्लिम समुदाय को इस कानून से दिक्कत है. अंदेश हुआ कि ये कानून देश में पनप रहे हिंदू-मुस्लिम बैर को और हवा देगा. लेकिन चंद घंटों के बीच देशभर के युवाओं और उनके साथ आए तमाम तबकों के लोगों ने एलान कर दिया कि इस देश में लोकतंत्र और आपसी सौहार्द की जड़ें बहुत मजबूत हैं.
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