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बिहार (Bihar) के नालंदा स्थिति बिहार शरीफ में 110 साल पुराने अजीजिया मदरसे (Azizia Madrasa) को दंगायियों ने आग के हवाले कर दिया. मदरसा के प्रिंसिपल का आरोप है कि सांप्रदायिक हिंसा में मदरसा के लाइब्रेरी में रखी इस्लामिक साहित्य की साढ़े चार हजार से अधिक किताबें जलकर खाक हो गई हैं.
हिंसा के बाद इलाके में 4 अप्रैल तक धारा 144 लागू है. जिले में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. इस हिंसा में एक व्यक्ति की भी मौत हुई है, प्रशासन की तरफ से मृतक के परिवार को 5 लाख मुआवजा देने की घोषणा की गई है.
बिहार पुलिस के एडीजी जेएस गंगवार ने जानकारी दी है कि रोहतास जिले में हिंसा से जुड़े मामलों में 3 FIR दर्ज की गयीं हैं और कुल 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दूसरी तरफ अकेले नालंदा में हिंसा के मामलों में 15 FIR दर्ज की गयीं हैं और 130 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा कि गुलशन कुमार की गोली लगने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल व्यक्ति का पटना में इलाज चल रहा है. लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है.
मस्जिद के इमाम और मदरसे के केयरटेकर मोहम्मद सियाबुद्दीन ने आरोप लगाते हुए कहा;
मदरसे के केयरटेकर ने आगे कहा कि “हमने शुक्रवार की नमाज पूरी की ही थी कि होटल सिटी पैलेस के पास गगन दीवान इलाके में हिंसा भड़क उठी. इसके बाद भीड़ मदरसे में घुस गई और पथराव शुरू कर दिया. मस्जिद की शांति समिति के एक सदस्य को 'जय श्री राम' के नारे लगाने की धमकी दी गई. उन्होंने मस्जिद और पुस्तकालय में पेट्रोल बम फेंके और परिसर में खड़े वाहनों में आग लगा दी.
इस बीच, बिहारशरीफ के नालंदा में हुई हिंसा के बाद फोरेंसिक (FSL) टीम मदरसा अजीजिया में जांच के लिए पहुंची.
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