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Project Cheetah: भारत में विलुप्त होने के 70 से अधिक सालों के बाद चीतों (Cheetah) को फिर से वापस लाया गया है. नामीबिया से आठ अफ्रीकी चीतों (5 मांदा और 3 नर) को भारत लाया जा चुका है, जिन्हें मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा. हाल ही में भारत ने नामीबिया के साथ एक समझौता किया गया था, जिसमें जैव-विविधता और चीते के संरक्षण पर जोर दिया गया. इस समझौते की वजह से एक बार फिर भारत के जंगल में चीते की रफ्तार देखने को मिलेगी.
आइए जानते हैं कि इन चीतों की क्या खासियत होती है.
चीता जमीन पर भागने वाला दुनिया का सबसे तेज जीव है, जिनकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे की होती है.
इसका सबसे तेज 100 मीटर का विश्व रिकॉर्ड 5.95 सेकेंड का है. यह रिकॉर्ड 2012 में सिनसिनाटी चिड़ियाघर के एक 11 वर्षीय चीते ने बनाया था.
चीता जब पूरी ताकत से दौड़ रहा होता है तब वह सात मीटर तक लंबी छलांग लगा सकता है.
चीता सबसे तेज दौड़ तो सकता है लेकिन शेर और बाघ की तरह वो दहाड़ नहीं सकता. ये बिल्लियों की तरह गुर्राते हैं और फुफकारते हैं.
चीतों को रात में देखने में मुश्किल होती है. रात में चीतों की हालत इंसानों जैसी ही होती है. इसीलिए चीते दिन में ही अपना शिकार करते हैं.
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर ने चीतों को वल्नरेबल प्रजाति घोषित किया है और इसका नाम रेड लिस्ट में दर्ज है.
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