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हैदराबाद में 16 सितंबर को कांग्रेस वर्किंग कमेटी यानी CWC की बैठक हुई. मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह पहली ऐसी बैठक थी. इस बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी चिदंबरम और जयराम रमेश समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल हुए. इस बैठक में पार्टी ने 14 प्रस्ताव पास किए. इसमें महिला आरक्षण बिल को संसद के इस विशेष सत्र में पारित करने की मांग से लेकर जम्मू-कश्मीर में शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करना तक शामिल है.
जम्मू-कश्मीर में शहीद सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई
कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन के योगदान की सराहना की गई
राहुल गांधी के नेतृत्व में कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा की पहली वर्षगांठ पर प्रसन्नता व्यक्त की गई
मणिपुर में दो समुदायों के बीच हिंसा के लिए बीजेपी की ध्रुवीकरण की नीतियां जिम्मेदार. CWC मुख्यमंत्री को तत्काल हटाने और राष्ट्रपति शासन लगाने की कांग्रेस पार्टी की मांग को दोहराती है
देश में जातिवाद, सांप्रदायिकता और क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की मोदी सरकार को दोषी ठहराया गया
कांग्रेस कार्यसमिति मोदी सरकार को MSP और अन्य मांगों के मुद्दों पर किसानों और किसान संगठनों से किए गए वादों की याद दिलाती है
देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया. SC, ST, OBC के लिए आरक्षण की मौजूदा अधिकतम सीमा को बढ़ाया जाए.
CWC नए संविधान के लिए शुरू की गई चर्चा और दुर्भावना से भरे तर्कों को सिरे से खारिज करती है, जिसमें कहा गया कि इसकी मूल संरचना को बदला जा सकता है
मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त विधेयक, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को गंभीर रूप से बाधित करेगा. कांग्रेस कार्यसमिति महिला आरक्षण बिल को संसद के इस विशेष सत्र में पारित करने की मांग करती है.
CWC अडानी बिजनेस ग्रुप के लेनदेन पर अबतक हुए और अभी भी लगातार हो रहे गंभीर एवं चौंकाने वाले खुलासों की जांच के लिए JPC की मांग को दोहराती है.
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' का प्रस्ताव देश के संघीय ढांचे पर एक और हमला है
CWC स्पष्ट शब्दों में चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ और नक्शे में अरुणाचल प्रदेश और भारत के अन्य हिस्से को शामिल करने जैसी उसकी उकसावे की नीति की निंदा करती है
CWC इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) की निरंतर एकजुटता का तहे दिल से स्वागत करती है.
कांग्रेस कार्यसमिति सांप्रदायिक एकता, सामाजिक, आर्थिक समानता, नौजवानों की अपेक्षाओं व एक सशक्त भारत की गौरव यात्रा में देशवासियों के साथ मजबूती से खड़ी है.
इसके अलावा कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में तीन शोक प्रस्ताव पारित हुए, जिसकी जानकारी पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने दी. ये शोक प्रस्ताव 3 मुद्दे पर हैं:
मणिपुर हिंसा
ओमान चांडी का निधन
हिमाचल प्रदेश आपदा (साथ ही मांग की गयी है कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए)
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 18 सितंबर से मोदी सरकार ने 5 दिनों का संसद का विशेष सत्र बुलाया है. लंबे सस्पेंस के बाद चंद बातें एजेंडे के तौर पर आयी हैं, जिसमें चुनाव आयोग पर सरकार का पूर्ण नियंत्रण प्रमुख है, पर हमें सत्ता दल की मंशा पर सतर्क रहना होगा. ये सरकार विपक्ष विहीन संसद चाहती है. वो नहीं चाहती है कि उससे कोई सांसद, मीडिया या आम लोग सवाल पूछे. PM और BJP नेताओं के हमलों से हमारे INDIA गठबंधन की 3 बैठकों की सफलता का अंदाजा लगाया जा सकता है. हमारा कारवां जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा, इनके हमले तेज होंगे.
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