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चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर भारत सरकार भी सतर्क हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक हुई. इसके बाद मंडाविया ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है. सभी को इसे लेकर सतर्क और सावधान रहना चाहिए. कोरोना को लेकर नीति आयोग ने भी चिंता जाहिर की है. नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना टीकों की तीसरी खुराक (बूस्टर डोज) अनिवार्य है. इसे सभी को लेना चाहिए. इसके साथ ही भीड़भाड़ वाली जगह पर मास्क जरूर लगाएं.
नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि कोरोना से एक मात्र बचाव टीकों की तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज है. सभी को बूस्टर डोज लेना चाहिए.
पॉल ने कहा कि कहा कि भीड़भाड़ में मास्क लगाना है और सोशल डिस्टेन्सिंग की एडवाइजरी का ख्याल रखना है. सीनियर सिटीजन को खास ख्याल रखना है. बुजुर्ग मास्क का सबसे ज्यादा ख्याल रखें. मास्क अनिवार्य है. अगर जरूरत होगी तो गाइडलाइंस को इम्प्रूव किया जाएगा. फिलहाल कोरोना को लेकर जो मौजूदा गाइडलाइंस हैं, उसमें कोई चेंज नहीं किया गया है.
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र में कहा है कि जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए वेरिएंट को ट्रैक करने के लिए पॉजिटिव मामलों के नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग को तैयार करना आवश्यक है. उन्होंने आगे लिखा कि इस तरह की कवायद से देश में नए वेरिएंट का समय पर पता लगाया जा सकता है.
केंद्र सरकार के आदेश के बाद दिल्ली सरकार के लोकनायक और ILBS अस्पताल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव सैंपलों को जुटाया जा रहा है. लोकनायक अस्पताल के निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया है कि दैनिक आधार पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी. इससे पता चल पाएगा की कोरोना का कोई नया वैरिएंट तो नहीं पनप रहा है.
बताया जा रहा है कि चीन में फिलहाल बढ़े मामलों के लिए ओमिक्रॉन BF.7 सब-वैरिएंट जिम्मेदार है. वहां अगले तीन महीने में तीन कोरोना लहरें आने का खतरा है. इससे 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं और 10 लाख से ज्यादा मौतों की आशंका जताई गई है. बताया गया है कि चीन के करीब 60 फीसदी लोग संक्रमित हो सकते है, जो दुनिया की 10 फीसदी आबादी है.
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