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सोनभद्र में दूध में पानी मिलाने के कुछ ही दिनों बाद उत्तर प्रदेश में मिड डे मील में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. मुजफ्फरनगर के एक सरकारी स्कूल की मिड डे मील में मरा हुआ चूहा मिला है. मुस्तफाबाद के पंचेंदा गांव के जनता इंटर कॉलेज में खाने में चूहा मिलने के बाद 8 छात्रों को उल्टियां आने लगीं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अमित कुमार सिंह ने बताया कि खाने की प्लेट में चूहा देखने के बाद कॉलेज के 8 छात्रों और एक शिक्षक की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. गनीमत ये रही कि किसी ने भी खाने को तब तक खाया नहीं था.
इस मामले के जांच के आदेश दे दिए गए हैं और खाना सप्लाई करने वाले एनजीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने बताया कि स्कूल में खाना सप्लाई करने वाले एनजीओ, हापुड़ के जनकल्याण समिति के खिलाफ लापरवाही को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने कहा, 'शुरुआती जांच में मालूम चला है कि खाना एनजीओ सप्लाई करता था. हमने उस एनजीओ को ब्लैकलिस्ट कर दिया है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी.'
समाजवादी पार्टी नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मामले को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने ट्वीट में लिखा, 'उत्तर प्रदेश में मिड डे मील में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से कभी दूध में दस गुना पानी मिलाया जा रहा है, तो कभी खाने में चूहा मरा मिल रहा है, जिसके कारण आज मुजफ्फरनगर में 9 बच्चे बीमार हो गए. बीजेपी सरकार से आग्रह है कि वो अपना पेट कहीं और से भर लें, पर बच्चों के जीवन से न खेलें.'
ये पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में मिड डे मील को लेकर लापरवाही का मामला सामने आया हो. कुछ दिन पहले ही सोनभद्र में मिड डे मील में दूध में पानी मिलाने के मामले ने खूब तूल पकड़ा था. 85 बच्चों के लिए एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाया जा रहा था. इसका वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है.
वहीं, करीब दो महीने पहले मिर्जापुर में एक स्कूल में बच्चों को मिड डे मील में नमक-रोटी दी जा रही थी.
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