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दिल्ली सरकार की 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम':7 लाख लोगों का बकाया पानी बिल होगा जीरो

Delhi OTS Scheme | दिल्ली में वॉटर सप्लाई के 27.6 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं

क्विंट हिंदी
भारत
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<div class="paragraphs"><p>दिल्ली सरकार की 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम': 7 लाख लोगों का पानी बिल होगा जीरो </p></div>
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दिल्ली सरकार की 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम': 7 लाख लोगों का पानी बिल होगा जीरो

(फोटो- क्विंट हिंदी)

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दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार ने पानी के बकाया बिलों को निपटाने के लिए 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम' (One Time Settlement Scheme) की घोषणा की है. सीएम केजरीवाल ने घोषणा करते हुए कहा कि दिल्ली में पानी के बिलों पर बड़ी बकाया रकम जमा हो गई है, जिसे निपटाना सरकार के लिए भी चुनौती है.

कुल कितना बकाया? दिल्ली में घरेलू पानी की खपत पर कुल बकाया राशि 5,737 करोड़ रुपये हो गई है. इसलिए सरकार को 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम' लाना पड़ा. दिल्ली जल बोर्ड ने 13 जून को इस योजना को हरी झंडी भी दे दी.

योजना कब से, लाभ कैसे? ये योजना एक अगस्त से 3 महीने के लिए लागू की जाएगी. सभी घरेलू उपभोक्ताओं को नया बिल मिलेगा और उसी हिसाब से उन्हें भुगतान करना होगा. यदि कोई उपभोक्ता अक्टूबर तक योजना का लाभ नहीं लेता तो उसे पिछले बकाया बिल का पूरा भुगतान करना पड़ेगा.

कितने लोगों को लाभ? दिल्ली में वॉटर सप्लाई के 27.6 लाख घरेलू उपभोक्ता हैं. इस 'वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम' के तहत करीब 11.7 लाख उपभोक्ताओं को लाभ होगा. इसमें से महीने में 20 हजार लीटर पानी खर्च करने वाले करीब 7 लाख उपभोक्ताओं का बिल शून्य हो जाएगा.

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किन कारणों से बढ़ गया बकाया? केजरीवाल ने कहा बिल के बकाया होने के पीछे कई कारण गिनाए. उन्होंने कहा कि इसमें गलत मीटर रीडिंग, रीडिंग एंट्री में गलतियां, बकाया राशि ज्यादा हो जाने के चलते लोगों का भुगतान न करना जैसे कारण शामिल हैं, इसलिए वन-टाइम सेटलमेंट स्कीम के जरिए इसे हल किया जाएगा.

केजरीवाल ने कहा कि यदि हम ऐसा नहीं करते तो एक-एक बिल को निपटाने में 100 साल लग जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि गलत मीटर रीडिंग के मुद्दे को अब खत्म करने की जरूरत है.

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