advertisement
लखनऊ में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली से ऐपल कंपनी के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की मौत हो गई है. विवेक तिवारी बीती रात अपनी सहयोगी सना खान के साथ कंपनी के एक इवेंट से लौट रहे थे. इसी दौरान कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने उनके गले में गोली मार दी.
मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. पहले सफाई देने की कोशिश कर रही पुलिस ने आरोपी कॉन्सटेबल पर धारा 302 के तहत हत्या का केस भी दर्ज किया है. मामले में पुलिस कॉन्स्टेबल और परिवार वालों का वर्जन अलग-अलग है.
पुलिस का कहना है कि उसने विवेक को रोकने की कोशिश लेकिन उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी. इसके बाद कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने गोली चला दी. घबराकर विवेक की गाड़ी एक पिलर से टकरा गई. इसमें विवेक को गहरी चोट आई. फिर पुलिस विवेक को लेकर हॉस्पिटल गई, जहां उसकी मौत हो गई.
आरोपी कॉन्स्टेबल का वर्जन
ये भी पढ़ें : माफिया डॉन जेलों के अंदर अपना राज कैसे चलाते हैं?
यूपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया 'अगर गोली चलाने की जरूरत भी पड़ गई थी तो पहले टायर पर चलानी चाहिए थी, उसके बाद भी ऐसा करने (मारने) की जरूरत नहीं थी.'
लेकिन घटना के वक्त विवेक के साथ मौजूद सना ने कुछ और ही तस्वीर बयां की है. सना का कहना है कि पहले पुलिस वालों से बहस हुई, जिसके बाद गोली मारी गई.
पीड़ित विवेक की पत्नी कल्पना ने पुलिस पर मामले की लीपापोती करने का आरोप लगाया है. उन्होंने यूपी सीएम से भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
'यह सीधा-सीधा मर्डर है'
पुलिस में काम कर चुके विवेक के चाचा ने घटना को सीधे मर्डर करार दिया है.
घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ‘ये एनकाउंटर नहीं है. मामले में जांच की जाएगी. अगर जरूरत पड़ी तो केस CBI को सौंपा जाएगा.’
ये भी पढ़ें : यूपी में क्राइम कंट्रोल के नाम पर मुठभेड़, उठने लगे हैं सवाल
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)