advertisement
भारतीय वायुसेना में अब 8 और AH-64E अपाचे हेलिकॉप्टर शामिल हो चुके हैं. जिससे एयरफोर्स को नई ताकत मिली है. पठानकोट एयरबेस पर ये 8 अपाचे हेलिकॉप्टर इंडियन एयरफोर्स का हिस्सा बने. इस मौके पर एयरफोर्स चीफ बीएस धनोआ भी मौजूद रहे. अपाचे हेलिकॉप्टर दुनिया के सबसे उन्नत बहुद्देश्यीय लड़ाकू हेलिकॉप्टरों में से एक हैं जिसे अमेरिकी सेना उड़ाती है.
अपाचे हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल दुश्मन के इलाके में आसानी से घुसने में भी किया जाता है. अमेरिकी सेना अपने कई मिशनों में इन हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल कर चुकी है. अपाचे हेलिकॉप्टर दुश्मन की नाक के नीचे किसी भी मिशन को पूरा करने में सक्षम है. इसे छिपकर वार करने के लिए जाना जाता है.
अपाचे हेलिकॉप्टर एयरफोर्स के साथ-साथ सेना के लिए भी काफी कारगर साबित हो सकता है. इनके जरिये जमीन पर आगे बढ़ रही सेना को दुश्मन के टैंकों और हेलिकॉप्टर के हमले से बचाया जा सकता है. अपाचे में दो क्रू मेंबर होते हैं और ये 284 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से उड़ सकता है. इसे 21000 फीट की ऊंचाई तक ले जाया जा सकता है और ये एक बार ईंधन भरने के बाद 476 किमी तक जा सकता है. इसमें डबल इंजन लगे होते हैं, जिनकी वजह से इसकी रफ्तार और भी ज्यादा बढ़ जाती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)