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टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर टेकओवर (Twitter Takeover) कर लिया है. सवाल ये है कि इस बड़े बदलाव के बाद ट्विटर के भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल (Parag Agarwal) का क्या होगा. पराग ने 26 अप्रैल को इस खबर के बाद कहा कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का एक उद्देश्य और प्रासंगिकता है जो पूरी दुनिया को प्रभावित करती है.
पराग अग्रवाल ने ट्वीट किया,
वह एक टाउन हॉल में ट्विटर कर्मचारियों को संबोधित करने के लिए थे कि इस टेकओवर का उनके लिए क्या मतलब है और कर्मचारियों के डर को दूर करने के लिए.
एलन मस्क पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें ट्विटर के प्रबंधन पर भरोसा नहीं है.
टेस्ला के सीईओ को प्लेटफॉर्म बेचने का निर्णय यह भी संकेत देता है कि बोर्ड किसी भी तरह से अग्रवाल की क्षमताओं में आश्वस्त नहीं है, जिन्होंने नवंबर 2021 में जैक डोर्सी से पदभार संभाला था, क्योंकि कंपनी पर्याप्त मुनाफा नहीं कमा रही है.
मस्क ने दोहराया है कि "फ्री स्पीच" को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म को निजी बनाने की जरूरत है.
पराग अग्रवाल ने पहले कहा था कि टेस्ला के सीईओ ने "हमारे बोर्ड में शामिल नहीं होने का फैसला किया है, जो मुझे लगता है कि सबसे अच्छा है."
एलोन मस्क ने कहा, "फ्री स्पीच एक कार्यशील लोकतंत्र का आधार है, और ट्विटर डिजिटल टाउन स्क्वायर है जहां मानवता के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण मामलों पर बहस होती है."
(न्यूज इनपुट्स - आईएएनएस)
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