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हरियाणा (Haryana) के गृहमंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा (Nuh Violence) को लेकर बड़ा दावा किया है. शुक्रवार, 4 अगस्त को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि नूंह की हिंसा प्री-प्लान थी. वहीं इस पूरी घटना को लेकर इंटेलिजेंस इनपुट के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम इसकी जांच करवाएंगे.
अनिल विज ने कहा कि नूंह हिंसा को अंजाम देने के लिए प्री-प्लानिंग किया गया था. पहाड़ों पर चढ़कर गोलियां मारी गई. इसी प्रकार, छतों पर पत्थर जमा किए गए और मोर्चे बनाए गए. इन सबकी जानकारी ली जा रही है और इन सब पर कार्यवाही की जाएगी.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा के संबंध में जिस-जिस पर केस बनता है उस पर कार्रवाई की जाएगी और अगर बुलडोजर कार्रवाई की जरूरत पड़ेगी तो वो भी की होगी. उन्होंने बताया कि लोगों के बयान लिए जा रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है. इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों और मौके पर मौजूद लोगों से भी हिंसा से जुड़े वीडियो जांच एजेंसियों को मुहैया कराने को कहा है.
नूंह हिंसा पर जानकारी देते हुए विज ने बताया कि अब तक कुल 102 FIR दर्ज की गई हैं. 202 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 80 लोग एहतियातन हिरासत में हैं.
उन्होंने कहा कि हमारी पुलिस इस पर काम कर रही है कि कोई भी निर्दोष इसमें न फंसे और जो कोई भी आरोपी है उसे छोड़ा नहीं जाएगा. सभी सीसीटीवी फुटेज निकली जा रही है और इसके द्वारा आरोपियों को पकड़ा जा रहा है.
इंटेलिजेंस इनपुट के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसके पास क्या इंटेलिजेंस इनपुट थी, किस स्तर की थी, किसको बताया गया, इसकी जांच कराएंगे.
वहीं एक स्टिंग आपरेशन के संबंध में उन्होंने कहा कि एक इंस्पेक्टर कुछ कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, वह वीडियो गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को उनके द्वारा भेजी गई है. अगर उस इंस्पेक्टर को कोई जानकारी थी, तो उसने किसको दी, किस स्तर पर दी. इसकी भी जांच की जाएगी.
अनिल विज ने कहा कि शांति बहाली के लिए जितने भी तरीके हैं, वह सभी अपनाए जा रहे हैं और शांति समितियों की बैठक हो रही है. एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि किसी को भी धार्मिक अनुष्ठान करने से हम रोकना नहीं चाहते, लेकिन कोई भी व्यक्ति कानून हाथ में न लें.
बता दें कि हरियाणा के नूंह में सोमवार, 31 जुलाई को धार्मिक जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई थी. जो देखते-देखते गुरुग्राम तक फैल गई. हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई है. सरकार ने हिंसा प्रभावित जिलों में मोबाइल इंटरनेट और SMS पर 5 अगस्त तक प्रतिबंध लगा रखा है.
(इनपुट- परवेज खान)
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