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देश में मॉनसून (Monsoon) के आगाज के साथ ही कई राज्यों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है. उत्तर भारत के राज्यों में तेज बारिश से भूस्खलन और बादल फटने की खबरें सामने आ रही हैं, तो वहीं, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में बाढ़ ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है.
उत्तर भारत के जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, उत्तराखंड में भूस्खलन से कई हाइवे बंद हो गए हैं.
जम्मू-कश्मीर में 28 जुलाई को किश्तवाड़ के बाद अमरनाथ गुफा के पास भी बादल फटने की घटना सामने आई है. सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि भूस्खलन गुफा के एकदम नजदीक में हुआ है. राहत की बात ये है कि इस घटना में किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. अमरनाथ गुफा में SDRF की दो टीमें मौजूद हैं, साथ ही एक और टीम को भेजा गया है.
इससे पहले, बुधवार दोपहर किश्तवाड़ जिले में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई, 12 को बचा लिया गया जबकि 27 लापता हो गए. अधिकारी ने कहा कि इलाके में भारी बारिश जारी है जिससे बचाव अभियान में बाधा आ रही है.
मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के लिए गंभीर चेतावनी जारी की, जिसमें व्यापक भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई, जिससे अचानक बाढ़, भूस्खलन और निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है. विभाग ने कहा कि रुक-रुक कर बारिश 30 तारीख तक जारी रहने की संभावना है.
वहीं, रजौरी जिले में भी तेज बारिश से नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर पर बढ़ गया है. SDRF की टीमें आस-पास के लोगों की मदद कर रही हैं. पुंछ नदी में भी पानी का लेवल काफी बढ़ गया है.
हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में बुधवार तड़के फ्लैश फ्लड में 8 लोगों की मौत का डर है. इस हादसे में 4 सीमा सड़क संगठन (BRO) के जवानों सहित 9 लोगों के बह जाने की आशंका है. बादल फटने के बाद जिला मुख्यालय केलांग से करीब 15 किलोमीटर दूर उदयपुर अनुमंडल में टोजिंग नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद ये आपदा आई.
कुल्लू जिले में बादल फटने से ब्रह्म गंगा नदी का पानी बढ़ गया है और आस-पास के इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
कुछ दिनों पहले ही, किन्नौर जिले के सांगला-बटेसेरी मार्ग पर भीषण भूस्खलन में नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी.
उत्तराखंड में लगातार बारिश से बद्रीनाथ, केदारनाथ और यमुनोत्री हाईवे बंद हो गए हैं. कुछ जिलों में दर्जनों संपर्क सड़कें और राष्ट्रीय राजमार्ग मलबे के कारण प्रभावित हुए हैं. सड़कों को साफ करने के लिए विशेष टीमों को लगाया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि अभी कुछ दिन और मौसम ऐसा ही रहेगा.
अल्मोड़ा के नागाड में एक स्कूटी चालक बह गया. उत्तरकाशी के बड़कोट में देर रात से हो रही बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी और मलबा भर गया है. यमुनोत्री हाईवे कई जगहों पर मलबा आने से बंद है. उत्तरकाशी में बड़ेथी ऑलवेदर रोड का कुछ हिस्सा ढह गया है. ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे भी बंद है. टिहरी जिले में भी लगातार बारिश हो रही है. फिलहाल गंगोत्री हाईवे खुला है पर जिले में 12 संपर्क मार्ग बंद हैं.
महाराष्ट्र में आई बाढ़ से 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, और कुछ लोग अब भी लापता हैं. राज्य के रायगढ़, कोल्हापुर, रत्नागिरी, चिपलून और पश्चिमी इलाके में बाढ़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मुंबई में भी तेज बारिश के बाद कई जगह भूस्खलन और दीवार गिरने से हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई.
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