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क्या भगोड़े डायमंड कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाने के लिए एंटीगा-बारबूडा सरकार से प्रत्यर्पण के लिए अनुरोध करने का ही एक मात्र रास्ता है? जी नहीं. भारत सरकार उसका एंटीगा का पासपोर्ट रद्द करा कर उसे यहां ला सकती है.
एंटीगा और बारबूडा के कानून के मुताबिक वहां की सरकार के सामने यह साबित किया जा सकता है कि मेहुल चोकसी ने अपने वीजा एप्लीकेशन में जानबूझ कर गलत जानकारी दी थी. भारत सरकार को एंटीगा सरकार को यह बताना होगा कि मेहुल चोकसी पर क्रिमिनल चार्जेज हैं. एंटीगा के कानून के मुताबिक इन आधारों पर मेहुल चोकसी का पासपोर्ट रद्द हो सकता है. एंटीगा और बारबूडा के संविधान के चैप्टर 8 की धारा 116 में साफ कहा गया है कि
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भारत को एंटीगा सरकार को कहना चाहिए वह चोकसी का पासपोर्ट रद्द करने में अपने कानून और संविधान का इस्तेमाल करे.
भारत इन आधारों को लेकर एंटीगा पर दबाव बना सकता है.
भारत सरकार को पता था कि चोकसी ने एंटीगा के पासपोर्ट के लिए अप्लाई किया है लेकिन सरकारी एजेंसियों ने उसे जनवरी 2018 में यहां से सुरक्षित निकल जाने से रोकने क लिए कुछ नहीं किया.
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