Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मुंबई में BMC के ठेकेदारों पर गिरी गाज, आयकर विभाग ने की छापेमारी

मुंबई में BMC के ठेकेदारों पर गिरी गाज, आयकर विभाग ने की छापेमारी

आयकर विभाग ने इस महीने की शुरुआत में देशभर के कई शहरों में एक साथ छापेमारी की

क्‍व‍िंट हिंदी
भारत
Published:
बीएमसी) के साथ  काम करने वाले तीन बड़े ठेकेदारों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई.
i
बीएमसी) के साथ काम करने वाले तीन बड़े ठेकेदारों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई.
(फोटो: ट्विटर)

advertisement

आयकर विभाग ने इस महीने की शुरुआत में देशभर के कई शहरों में एक साथ छापेमारी कर 3,300 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का खुलासा किया है. इनमें बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के साथ नियमित रूप से काम करने वाले तीन बड़े ठेकेदारों के ठिकानों पर भी छापेमारी शामिल है. बीएमसी शिवसेना के नियंत्रण में है.

मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, आयकर विभाग ने बीएमसी के तीन बड़े ठेकेदारों- रेलकॉन, स्काईवे इंफ्रा प्रोजेक्ट्स और आरपी शाह इंफ्रा प्रोजेक्ट्स के परिसरों पर भी छापा मारा.

हवाला गिरोह का भंडाफोड़

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को एक प्रेस रिलीज जारी कर दावा किया कि आयकर विभाग ने 3,300 करोड़ रुपये के गैरकानूनी हवाला धंधे में लगे गिरोह का भांडाफोड़ किया है. इस गिरोह का जाल दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे शहरों में फैला हुआ था. इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में कारोबार करने वाले कई शीर्ष कॉरपोरेट घरानों से इसका ताल्लुक है.

ये भी पढ़ें- BJP नेता ने फडणवीस को बताया ‘मैन ऑफ द मैच’,शिवसेना पर नखरे का आरोप

सीबीडीटी ने अपने बयान में कहा कि टैक्स चोरी के इस बड़े खेल का खुलासा करने के लिए दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, इरोड, पुणे, आगरा और गोवा में 42 ठिकानों पर इस महीने के पहले हफ्ते में छापेमारी की गयी.

पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में हुई टैक्स चोरी

प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इन छापेमारी से इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के शीर्ष कॉरपोरेट घरानों द्वारा फर्जी कॉन्ट्रैक्ट और फर्जी बिलों के जरिये टैक्स चोरी के बड़े रैकेट का पता चला. पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए फंड, एंट्री ऑपरेटर, लॉबीस्ट और हवाला डीलरों के जरिए हासिल की गई थी. बेईमानी से फंड हासिल करने वाली कंपनियां ज्यादातर एनसीआर और मुंबई में स्थित हैं. ऐसी ही एक कंपनी के बारे में इससे पहले अप्रैल 2019 में आयकर विभाग ने पता लगाया था.

ये भी पढ़ें- अमित शाह ने बताया, शिवसेना से क्यों अलग हुई BJP

शिवसेना ने बताया राज्यपाल का RSS कनेक्शन,कहा- दया कुछ तो गड़बड़ है

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT