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देशभर में सोमवार को मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. पश्चिम बंगाल में दो जूनियर डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार, 17 जून को देशभर में बंद का ऐलान किया है. तीन दिन के विरोध प्रदर्शन के बाद गैर-जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को रद्द करने के साथ IMA अपनी हड़ताल शुरू करेगा. अलग-अलग राज्यों से डॉक्टर्स इस हड़ताल का हिस्सा बन रहे हैं. दिल्ली से लेकर गोवा के अस्पतालों ने IMA की हड़ताल का हिस्सा बनने का फैसला लिया है.
AIIMS रेजीजेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने हड़ताल वापस ले ली है, लेकिन IMA की हड़ताल अभी भी जारी है. IMA की हड़ताल के बाद सवाल उठता है कि ऐसे में सोमवार को मरीजों का क्या होगा?
पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर्स पर हड़ताल के बाद देशभर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. 10 जून को एनआरएस मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान 75 साल की उम्र के एक शख्स की मौत हो गई थी. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मरने वाले के परिजनों ने मौके पर मौजूद डॉक्टरों को गालियां दीं.
इसके बाद डॉक्टरों ने कहा कि जब तक परिजन माफी नहीं मांगते, वे प्रमाण पत्र नहीं देंगे. इन सबके बीच हिंसा भड़क गई, जिसमें दो जूनियर डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हुए, जबकि कई और को भी चोटें आईं. इसके बाद से ही पश्चिम बंगाल में डॉक्टर्स 11 जून से हड़ताल पर हैं.
डॉक्टरों की हड़ताल से सबसे ज्यादा परेशान मरीज हो गए हैं, जिन्हें इलाज नहीं मिल पा रहा है.
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