advertisement
अपनी बेटी शीना बोरा (Sheena Bora Case) की हत्या के आरोप में जेल गईं इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) ने जमानत मिलने के बाद पहला इंटरव्यू दिया है. बरखा दत्त को दिए इंटरव्यू में इंद्राणी ने खुद को बेगुनाह बताया है. इंटरव्यू में उनकी वकील सना भी थीं जिन्होंने दावा किया कि अब तक मिले सारे सबूत इंद्राणी के पक्ष में जाते हैं. इस इंटरव्यू में इंद्राणी ने जेल में बिताए दिनों और अपनी मुसीबतों और आगे के प्लान के बारे में विस्तार से बात की है.
शीना बोरा हत्याकांड के सामने आने से लेकर आज तक सुर्खियों में रहीं आरोपी इंद्राणी मुखर्जी ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि साढ़े छह साल जमीन पर सो रही थी, बाहर आकर बेड पर सोई तो अजीब लगा. उन्होंने कहा "जेल जाने के बाद कुछ महीनों में मैंने अपने माता-पिता को खो दिया. मैं पहले कुछ महीने जेल में इंतजार करती थी कि कोई मेरे परिवार से मिलने आए."
इंद्राणी मुखर्जी ने आगे बताया कि "पीटर की गिरफ्तारी के बाद लोग उससे मिलने आते थे, लेकिन मुझसे मिलने कोई नहीं आता था. बाकी लोगों को छोड़िए लेकिन पीटर ने भी मेरा सपोर्ट नहीं किया. मैंने पीटर से तलाक इसलिए मांगा क्योंकि हम आगे बढ़ जाना चाहते थे. कल को अगर पीटर को मेरी जरूरत होगी तो मैं उसकी मदद करूंगी. जेल जाने से पहले मेरा छोटा परिवार था, लेकिन जेल से निकली तो मेरा परिवार बड़ा हो गया. पुलिसवाले, जेल में रहने वाले कैदी, मेरे वकील ये सब मेरे परिवार हैं."
इंद्राणी मुखर्जी का कहना है कि अगर मुझे आगे बढ़ना है तो मुझे लोगों को माफ करके आगे बढ़ना होगा.
इंद्राणी की दूसरी बेटी विधि ने इंद्राणी की गिरफ्तारी के बाद एक किताब लिखी-डेविल्स डाउटर. इंद्राणी ने इसपर कहा कि-''मेरी गिरफ्तारी के बाद मेरी बेटी के कान भरे गए. किताब छपने से पहले मेरे पास अप्रूवल के पास भेजी गई थी, मेरे वकील चाहते थे कि किताब का नाम बदलना चाहिए लेकिन मैंने इजाजत दी. मीडिया ने मेरी बेटी को बहुत परेशान किया. इस इंटरव्यू को करने के पीछे एक कारण ये भी है कि मैं विधि से कुछ कहना चाहती हूं. मैं विधि से सीधे बात नहीं कर सकती, कोर्ट की रोक है, लेकिन मैं जानती हूं कि विधि को मेरी जरूरत है."
इंटरव्यू में इंद्राणी ने कहा-''मैंने जेल में चार्जशीट कई बार पढ़ी. मैंने कानून की कई किताबें पढ़ीं. दो किताबें लिख रही हूं. एक पूरी हो चुकी है जो जल्द ही आने वाली है.''
इंटरव्यू में इंद्राणी की वकील सना रईस खान ने कहा कि अब तक जो सबूत मिले हैं वो सारे इंद्राणी के पक्ष में हैं. जैसे कि कथित मर्डर की तारीख के पांच महीने बाद भी राहुल मुखर्जी शीना से फोन पर चैट कर रहा था. और ये फॉरेंसिक जांच से साबित हो चुकी है. शीना बोरा के शव को जिन चीजों के आधार पर पहचाना गया था, वो चीजें अब विवाद में हैं.
इंद्राणी ने क्यों दावा किया कि शीना बोरा जिंदा है? इस पर सना ने बताया कि-जेल में एक कैदी ने ये कहा, और इंद्राणी इसका सच जानना चाहती है इसलिए हमने सीबीआई और कोर्ट से गुहार लगाई.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)