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आशीष मिश्र (Ashish Mishra) के वकील अवधेश कुमार सिंह ने रविवार, 10 अक्टूबर को कहा कि वह आशीष की कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस कस्टडी का विरोध करेंगे. उन्होंने आशीष मिश्र के द्वारा जांच में सहयोग न देने वाले पुलिस के बयान को अनुचित बताया. उन्होंने कहा कि आशीष ने 12 घंटे की जांच में पूरा सहयोग दिया है, तो पुलिस ऐसा कैसे कह सकती है कि उन्होंने जांच में सहयोग नहीं दिया. अगर 12 घंटे में सहयोग नहीं दिया तो अब क्या सहयोग करेंगे. ये कोई आधार नहीं है.
उन्होंने आगे बताया कि जब आशीष से लखीमपुर थाने में पूछताछ की गई थी, तब मैं वहां मौजूद था. करीब 8 लोग उनसे पूछताछ कर रहे थे. पूछताछ करने वाले अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान एक बार भी नहीं कहा कि आशीष जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. फिर अचानक बाहर आकर कैसे बोल दिया की जांच में सहयोग न देने के कारण उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है.
कुमार ने बताया कि 8 लोगों की टीम ने पूछताछ की थी, जिसमें सभी ने बारी-बारी से आशीष से सवाल पूछे. उस दौरान वो संतुष्ट थे. कुमार ने बताया कि जितने देर पूछताछ की गई है, उसके हिसाब से आशीष के खिलाफ कोई सबूत नहीं पाया गया है. इससे साबित होता है कि आशीष के खिलाफ सबूत नहीं हैं.
कुमार ने बताया कि दूसरे पक्ष के खिलाफ भी धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज है और राकेश टिकैत ने भी स्वीकार किया है कि किसानों ने हमारे 4 आदमियों को पीट-पीट कर मारा है. उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. न तो कोई मीडिया उस को कवर कर रहा है और न ही कोई स्टेटमेंट ले रहा है. न ही उनकी गिरफ्तारी हो रही है.
जब आशीष के वकील से पूछा गया कि आपके पास ठोस सबूत के आधार पर क्या है,तो मिश्र के वकील ने बताया कि हमारे पास 10 हजार लोग है जो दंगल में मौजूद थे..वे लोग बताएंगे की सच क्या है. कुमार ने किसानों द्वारा लिखाई एफआईआर पर भी सवाल उठाए है. और उसको विरोधाबास बताया है.
कुमार ने बताया है कि जांच हो रही है और हम जांच में सहयोग दे रहे है, बाकी जो हम करेंगे वो हम कोर्ट में करेंगे.
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