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कोरोना वायरस के चलते पिछले 40 दिनों से भी ज्यादा वक्त से देश लॉकडाउन में है. तीसरा लॉकडाउन 17 मई को खत्म हो रहा है, लेकिन पीएम मोदी ने अपने संबोधन में ये साफ कर दिया है कि लॉकडाउन-4 आने वाला है. उन्होंने इसके नए रंग रूप को लेकर भी संकेत दिए, लेकिन अब सवाल ये है कि आखिर कौन सा राज्य लॉकडाउन-4 को क्या रंग देने जा रहा है? कई राज्यों ने इसके संकेत दे दिए हैं.
सबसे पहले बात करते हैं राजधानी दिल्ली की. जहां लोगों को वाकई में नए रंग-रूप वाला लॉकडाउन दिख सकता है. इसके संकेत खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिए हैं. दिल्ली में क्या खुलेगा इसे लेकर केजरीवाल सरकार ने केंद्र को सुझाव दिए हैं. जिनमें -
दिल्ली से सटे हरियाणा में भी अब 17 मई के बाद कई तरह के बदलाव देखने को मिल सकते हैं. हरियाणा सरकार ने लॉकडाउन में पहले ही छूट देने का ऐलान भी कर दिया है. हरियाणा पहला ऐसा राज्य है, जिसने लॉकडाउन के दौरान रोजवेज बसों को चलाने का फैसला किया. यहां के 10 जिलों में 29 अलग-अलग रूटों बस सेवा शुरू की गई.
गुजरात देश का दूसरा ऐसा राज्य है जहां सबसे ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं. लेकिन यहां के सीएम विजय रुपाणी आने वाले चौथे लॉकडाउन में रिस्क लेने को तैयार हैं. पीएम मोदी के साथ हुई बैठक में उन्होंने लॉकडाउन में छूट की बात कही थी. जानिए गुजरात में 17 मई के बाद क्या-क्या हो सकता है.
महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जहां कोरोना का सबसे ज्यादा कहर दिख रहा है. लेकिन चौथे लॉकडाउन के लिए यहां फिलहाल कोई रिस्क नहीं लिया जा रहा है. महाराष्ट्र के रेड जोन इलाकों में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने की तैयारी चल रही है. हालांकि इकनॉमी के लिए भी उद्धव सरकार ने प्लान तैयार किया है.
उत्तर प्रदेश में 17 मई के बाद कई तरह की इकनॉमिक एक्टिविटीज को और खोला जा सकता है. हालांकि ये जिला अधिकारी तय करेंगे. सीएम योगी ने जिलास्तर पर ही छूट देने या फिर सख्ती बढ़ाने का फैसला छोड़ा है. यूपी के करीब 75 जिले कोरोना प्रभावित हैं.
अन्य राज्यों की तरह बिहार में 17 मई के बाद लॉकडाउन के दौरान ज्यादा छूट मिलने के आसार कम ही दिख रहे हैं. क्योंकि बिहार सरकार ने कहा है कि 31 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन होना चाहिए. यहां कंटेनमेंट जोन में किसी भी तरह की छूट की गुंजाइश नहीं है.
लॉकडाउन 3 खत्म होने के दो दिन पहले तक झारखंड में 17 मई के बाद का कोई प्लान नहीं बना है. राज्य ने कहा है कि वो केंद्र के निर्देशों के अनुरूप फैसला लेगा.
गृह मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक राज्य में अब कारोबार और इंडस्ट्री को खोलने की इजाजत दी गई है. 15 मई को जारी कोरोना बुलेटिन के मुताबिक राज्य में कोरोना के मामले 203 हो चुके हैं. रेड जोन में तीन जिले हैं, रांची, हजारीबाग और पलामू. ऑरेंज जोन में 13 जिले हैं.
राजस्थान में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए सीएम गहलोत ने प्लान तैयार किया है. जिसके मुताबिक रेड जोन और कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों को छोड़कर बाकी जगहों पर सभी तरह की दुकानों को खोलने की इजाजत दी जा सकती है. होटल और रेस्टोरेंट्स को भी राहत मिल सकती है. हालांकि गहलोत सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट में ढ़ील देने के मूड में बिल्कुल नहीं है.
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने संकेत दिए हैं कि अब बाजारों को ज्यादा दिन बंद नहीं रखा जाएगा. यहां भी ऑड-ईवन के फॉर्मूले के तहत बाजारों को खोलने पर विचार हो रहा है. रेड जोन में भी लॉकडाउन में थोड़ी राहत जरूर मिल सकती है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर पूरी तरह छूट रहेगी.
पश्चिम बंगाल सरकार ने चौथे लॉकडाउन में अब कई तरह की छूट देने का फैसला कर लिया है. ममता बनर्जी ने हाल ही में रेड जोन को भी अलग-अलग कैटेगरी में बांटने का ऐलान किया. जिससे रेड जोन में भी छूट दी जा सकती है.
उत्तराखंड में 17 मई के बाद ग्रीन जोन में आने वाले जिलों को पूरी तरह खोला जा सकता है. राज्य में पिछले कई दिनों से काफी कम मामले देखने को मिले हैं. जो प्रवासी उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, उन्हीं में से कुछ लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं. यहां कुछ जिलों के लिए अंतर्राज्यीय बस सेवा भी शुरू हो सकती है. इसके अलावा होटलों को खोलने की भी तैयारी हो रही है. बता दें कि उत्तराखंड में कुल 78 कोरोना पॉजिटिव मामले हैं. जिनमें से अकेले देहरादून में 39 केस हैं. उत्तराखंड के हरिद्वार को ही रेड जोन में रखा गया था, जबकि देहरादून और नैनीताल ऑरेंज जोन में शामिल हैं.
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