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मध्य प्रदेश का हनी ट्रैप रैकेट बॉलीवुड की कुछ बी-ग्रेड अभिनेत्रियों समेत 40 से ज्यादा कॉल गर्ल्स मुहैया कराता था. इस रैकेट ने नौकरशाहों और नेताओं समेत कई ताकतवर लोगों को ब्लैकमेल किया. इस मामले में रैकेट से जुड़ी 5 महिलाओं समेत कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
मामले की जांच कर रही एसआईटी के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया,
आधिकारिक दौरे पर मुंबई या दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले 'लक्ष्य' (कई नौकरशाह और नेताओं) को अक्सर मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्रियां मुहैया कराई जाती थीं. हालांकि, एसआईटी को अभी तक ऐसा कोई वीडियो क्लिप हाथ नहीं लगा है, जहां ये किसी जानी-मानी अभिनेत्री के साथ सेक्स करते नजर आएं हों.
सूत्रों ने बताया है कि रैकेट की सरगना ने स्वीकार किया कि उसके पति द्वारा चलाए गए एनजीओ को भोपाल नगर निगम से 8 करोड़ रुपये के अनुबंध प्राप्त हुए थे. ऐसे कई ठेके कई राज्य सरकार के विभागों जैसे पीडब्ल्यूडी, आवास, समाज कल्याण और अन्य सरकारी निगमों से भी प्राप्त किए गए थे.
सेक्स रैकेट में पूर्व मंत्रियों और नौकरशाहों का नाम आने पर राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने कहा कि रैकेट भोपाल, इंदौर और मध्य प्रदेश के दूसरे प्रमुख शहरों में चलाया जा रहा था. उन्होंने कहा, ‘यह रैकेट वर्षों से चल रहा था, इसलिए ब्लैकमेल में शामिल 80 फीसदी नेता बीजेपी के हैं. पुलिस को सभी नेताओं के नाम मिले हैं, हालांकि मैं तब तक कोई नाम नहीं लूंगा जब तक कि किसी नेता या नौकरशाह की गिरफ्तारी नहीं होती है.’
कांग्रेस नेताओं के शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर, मिश्रा ने कहा कि हनीट्रैप में लगभग 20 फीसदी कांग्रेसी पदाधिकारी भी शामिल रहे हैं. रैकेट से जुड़ी एक महिला ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया कि वह एमपी कैडर के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के संपर्क में आई थी, जिसने उन्हें कई मंत्रियों से मिलवाया था. इस महिला ने कहा कि वह लगातार आईएएस अधिकारी को सेवाएं मुहैया कराती थी, जिसने भोपाल में उसके लिए एक फ्लैट की व्यवस्था की. बाद में, इस महिला ने उस फ्लैट में तमाम किस्म की अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया था.
महिला ने यह भी खुलासा किया कि फ्लैट के कुछ कमरों में छिपे कैमरे लगाए गए थे, जहां राजनेता, नौकरशाह और शीर्ष सरकारी इंजीनियर कॉलगर्ल्स से सेक्स करते थे. इस महिला ने स्टिंग ऑपरेशन करने में कॉल गर्ल्स को भी लगाया.
रैकेट की मास्टरमाइंड की तरह ही इस महिला ने एक एनजीओ का गठन किया था और लड़कियों को मुहैया कराने के एवज में संबंधित मंत्रियों से कई बड़े ठेके हासिल किए. महिला ने यह भी खुलासा किया कि केवल कुछ मामलों में ही संलिप्त नेता या नौकरशाह को उनके सेक्स वीडियो को दिखाकर सरकारी ठेका देने का दवाब बनाया जाता था, जबकि अधिकांश मामलों में नेता और नौकरशाह सेक्स के बदले खुद ही बड़े सरकारी ठेके दे देते थे.
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