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जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सीनियर जर्नलिस्ट शुजात बुखारी की हत्या मामले को काफी हद तक सुलझाने का दावा किया है. पुलिस के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा के चीफ हाफिज सईद ने शुजात बुखारी को मारने का जिम्मा पाकिस्तान में बैठे शज्जाद गुल को सौंपा था. गुल ने ही शुजात को मारने की साजिश पूरी रची. उसने कश्मीर में बैठे अपने तीन ऑपरेटरों से शुजात की हत्या करवाई.
शज्जाद गुल, कश्मीर का मूल निवासी है, जिसने बेंगलुरु के प्राइवेट इंस्टीट्यूट से एमबीए किया है और अब पाकिस्तान के रावलपिंडी में है. 48 साल का शज्जाद लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता है. भारत में रहते पुलिस इसे दो बार गिरफ्तार कर चुकी है. 5 साल पहले वह पाकिस्तान भाग गया.
पुलिस ने शुजात बुखारी को मारने वाले तीनों हत्यारों की पहचान कर ली है. एक लश्कर का ऑपरेटिव आजाद अहमद मलिक, जो अनंतनाग से है. बाकी दोनों हत्यारों के नाम मुजाफर अहमद भट्ट और नवीद जट्ट हैं.
शुजात बुखारी की हत्या 14 जून को उनके श्रीनगर के प्रेस एनक्लेव के ऑफिस के बाहर हुई थी. इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले और 3 लोगों की तस्वीरें जारी की थी. ये हमलावर बाइक से आए थे. इनमें से एक ने हेलमेट लगाया था और बाकी दो ने मास्क पहना हुआ था.
शुजात बुखारी जम्मू-कश्मीर के अखबार 'राइजिंग कश्मीर' के चीफ एडिट थे. 14 जून को प्रेस कॉलोनी में जब उन्हें गोली मारी गई, तो वह अपने दफ्तर से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे. कार में उनके साथ बैठे पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर और उनके ड्राइवर को भी गोली लगी थी. तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां बुखारी की मौत हो गई थी.
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