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यौन शोषण के आरोपों में घिरे पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर की तरफ से पत्रकार प्रिया रमानी के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान अकबर ने 1993 में ओबेरॉय होटल में पत्रकार प्रिया रमानी से नौकरी के लिए मुलाकात करने की बात पर इनकार कर दिया. इस मामले में अगली सुनवाई 6 जुलाई को होगी.
बता दें कि रमानी ने ‘मी टू अभियान’ के तहत अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और कहा था कि यह घटना 20 साल पहले की है जब अकबर पत्रकार थे. हालांकि, अकबर ने इस आरोप से इनकार किया है. अकबर ने इसके बाद पिछले साल 17 अक्टूबर को केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था और रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया था.
सोमवार को एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल के सामने अकबर पेश हुए, अकबर की तरफ से सीनियर वकील गीता लूथरा और संदीप कपूर मौजूद थे. लूथरा ने अदालत से आग्रह किया है कि क्रॉस-एग्जामिनेशन को सवाल-जवाब के रूप में किया जाए.
रमानी के वकील ने पिछली सुनवाई के दौरान दर्ज गवाही को पढ़ते हुए पूछा कि क्या अकबर ने 1993 में रमानी को ओबेरॉय होटल में नौकरी के लिए अपने कमरे में बुलाया, जिसे अकबर ने नकार दिया. उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि उन्होंने रमानी को उनके होटल के कमरे में आने पर दरवाजा खोला था.
दरअसल, पिछली सुनवाई में एमजे अकबर की जिरह हुई थी, जिसमें उन्होंने अपना बयान दर्ज करवाया था. उन्होंने अपने बयान में प्रिया रमानी पर जान बूझकर छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया था. 4 मई को अकबर ने दर्ज बयान में कहा था कि उन्हें उनकी मुलाकात और दूसरी बातें याद नहीं है.
एमजे अकबर ने सभी आरोपों से किया इनकार
अकबर ने सभी सवालों का जवाब इनकार के साथ दिया. उनके मुताबिक जब होटल के कमरे में कोई मीटिंग हुई ही नहीं तो आरोप कैसा.
अकबर ने कहा,
प्रिया ने आरोप लगाया था कि अपने पत्रकारिता के दिनों में एमजे अकबर ने उनका यौन उत्पीड़न किया था.
इस पोस्ट के बाद प्रिया रमानी ने ट्वीट किया था, जिसके बाद एमजे अकबर ने कोर्ट में उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा कर दिया था. अकबर ने आरोप लगाए थे कि प्रिया रमानी ने समाज में उनकी इमेज को खराब करने की कोशिश की है. उन्होंने खुद पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया था.
एम जे अकबर पर एक और महिला पत्रकार ने रेप का आरोप लगाया था. अमेरिका में भारत की एक पत्रकार पल्लवी गोगोई ने अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के लेख में 23 साल पहले उनके साथ हुई उस दर्दनाक घटना का जिक्र किया था. पल्लवी ने लिखा है कि जब वो एशियन एज अखबार में काम करती थीं, तब एमजे अकबर उस अखबार के एडिटर थे. इसी दौरान उन्होंने पल्लवी के साथ बलात्कार किया.
इसके अलावा एमजे अकबर पर करीब 20 महिला पत्रकारों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. अकबर पर सबसे पहले पत्रकार प्रिया रमानी ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्हें मोदी कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा था.
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