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कृषि कानूनों पर सत्यपाल मलिक-''किसानों की नहीं सुनी तो दोबारा नहीं आएगी सरकार''

"मैं मध्यस्थता करने के लिए तैयार हूं. सरकार बस एमएसपी की गारंटी दे. मैं किसानों को मना लूंगा."

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<div class="paragraphs"><p>सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों के साथ ज्यादती हो रही है</p></div>
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सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों के साथ ज्यादती हो रही है

(फोटो: ट्विटर)

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कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की मांग को लेकर हो रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) के पक्ष में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Governor Satyapal Malik) का बयान सामने आया है.

उन्होंने कहा कि किसानों के साथ ज्यादती हो रही है. वह खुद किसानों और सरकार के बीच मध्यस्थता करवा सकते हैं.

मोदी-शाह से इस मुद्दे पर लड़ चुका हूं- मलिक

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि "किसानों के साथ ज्यादती हो रही है. वो पिछले 10 महीनों से दिल्ली में हैं. अपने घर बार से दूर, यह फसल बोने का समय है लेकिन वो यहां दिल्ली में हैं तो सरकार को उनकी सुनवाई करनी चाहिए".

उन्होंने आगे कहा कि "मैं उनके साथ हूं, उनके लिए मैंने गृह मंत्री-प्रधानमंत्री सबसे झगड़ा कर चुका हूं, सबसे कह चुका हूं कि यह गलत कर रहे हो, ये मत करो".

इससे पहले भी मलिक कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध चुके हैं.
"सरकार का मिजाज थोड़ा आसमान में हो जाता है, उन्हें इनकी तकलीफ दिखाई नहीं देती. अगर किसानों की मांगे नहीं मानी गई तो यह सरकार दोबारा नहीं आएगी."

सत्यपाल मलिक ने कहा कि "मैं मध्यस्थता करने के लिए तैयार हूं. सरकार बस एमएसपी की गारंटी दे दे. तीनों कानूनों के मामले पर मैं किसानों को मना लूंगा."

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जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक ने वहां लगातार हो रही हत्याओं पर भी सवाल उठाए.

इसके अलावा सत्यपाल मलिक ने कश्मीर में हो रही हत्याओं का भी जिक्र किया. पिछले दिनों कई गैर-कश्मीरियों को आतंकियों ने निशाना बनाया है. मलिक ने कहा है कि "जब मैं जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल था, तब श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में आतंकवादी घुसने की हिम्मत नहीं करता था." उनका कहना है कि अब खुलेआम आतंकी श्रीनगर में लोगों की हत्या कर रहे हैं.

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