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मुंबई के सेशन कोर्ट ने फुटओवर ब्रिज हादसा मामले में गिरफ्तार स्ट्रक्चरल ऑडिटर नीरज देसाई की पुलिस कस्टडी अब बढाकर 28 मार्च तक कर दिया है.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, नीरज कुमार देसाई की कंपनी ने कथित तौर पर फुटओवर ब्रिज के स्ट्रक्चर का ऑडिट किया था, और ढांचे में गड़बड़ी के बावजूद उसे इस्तेमाल के लिए क्लीयरेंस दे दिया था.
मुंबई फुटओवर ब्रिज हादसे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ब्लेम गेम की थ्योरी को खारिज कर दिया है. पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि इस घटना में अगर ऑडिटिंग में गड़बड़ी हुई है तो ये बहुत सीरियस बात है. उन्होंने कहा की इस मामले में सुधार के उपाय किये जायेंगे.
मुख्यमंत्री ने इस मामले में रेलवे और बीएमसी के ब्लेम-गेम के दावों को खारिज करते हुए दोषी अधिकारीयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
इस मामले में मुख्य अभियंता एसए कोरी, उप अभियंता आरबी तरे, सहायक अभियंता एएफ ककूलते को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. इसके अलावा उस कांट्रेक्टर को भी नोटिस दिया गया है, जिसने साल 2012-14 में ब्रिज की मरम्मत का काम किया था.
महाराष्ट्र सरकार ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए थे. इस मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी.
इस घटना के बाद पहली कार्रवाई के तौर पर महाराष्ट्र सरकार ने बीएमसी के दो अधिकारियों को तुरंत सस्पेंड कर दिया था.
दक्षिणी मुंबई में CST रेलवे स्टेशन के पास पिछले हफ्ते हुए फुटओवर ब्रिज हादसे में छह लोगों की मौत हो गई थी और 36 घायल हो गए थे. इस पुल का इस्तेमाल 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान अजमल कसाब ने किया था. तब से इस पुल को 'कसाब पुल' के नाम से भी जाना जाता है.
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